मासिक शिवरात्रि आज, नोट कर लें शुभ मुहूर्त, पूजाविधि और उपाय…

प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):

सनातन धर्म में हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है।

यह विशेष दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा-आराधना के लिए समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि के दिन शिव-गौरी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।

पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की मासिक शिवरात्रि आज यानी 7 अप्रैल को मनाई जा रही है। इस दिन शुभ मुहूर्त में शिव-गौरी की पूजा और कुछ विशेष उपायों से सभी कष्टों से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त, पूजाविधि और उपाय…

मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त : दृक पंचांग के अनुसार, 7 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 53 मिनट से मासिक शिवरात्रि का आरंभ हो चुका है।

इसकी समाप्ति 8 अप्रैल को प्रात: काल 3 बजकर 21 मिनट पर होगी। इसलिए उदयातिथि के अनुसार, 7 अप्रैल को ही मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी।

शिव पूजन का शुभ मुहूर्त : निशिता मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा-अर्चना का बड़ा महत्व है। 8 अप्रैल को 12:00 ए एम से 12: 45 ए एम तक निशिता मुहूर्त बन रहा है। इसलिए इस दिन निशिता मुहूर्त में कुल 45 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।

पूजाविधि :

मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठें।
स्नानादि के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें।
इसके बाद गणेशजी, कार्तिकेय, मां पार्वती समेत शिव परिवार की पूजा करें।
शिवलिंग पर बेलपत्र, धतुरा, आक के फूल अर्पित करें।
इसके बाद शिवजी के समक्ष धूप-दीप प्रज्जवलित करें।
शिवलिंग पर दूध,दही, घी, शक्कर और शहद से रुद्राभिषेक करें।
इसके बाद शिव-गौरी समेत सभी देवी-देवताओं की विधिवत आरती उतारें।
शिव मंत्रों और शिव चालीसा का पाठ करें।

मासिक शिवरात्रि के उपाय :

धन की तंगी दूर करने के उपाय : मासिक शिवरात्रि के दिन शिव मंदिर में एक मुट्ठी चावल अर्पित करें। इसके बाद गरीबों और जरुरतमंदों का चावल दान करें। मान्यता है कि ऐसा करने से धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।

रुद्राभिषेक से होगा लाभ : मासिक शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र,धतुरा,गंगाजल, दूध, दही, शहद जरूर अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।

शिव चालीसा का पाठ करें: इस दिन पूजा के दौरान शिव चालीसा का पाठ करना बेहद शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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