केंद्रीय कर्मचारी आमतौर पर इलाज के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं जिससे उनका इलाज कम या बिना पैसों के हो जाता है।
अगर आप भी सीजीएचएस स्कीम के लाभार्थी हैं तो अब आपको अपने कार्ड को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट की आईडी बनाकर लिंक करना जरूरी है।
सरकार ने 1 अप्रैल 2024 से यह नियम लागू कर दिया है और 30 अप्रैल 2024 तक इसको लिंक करने का समय दिया गया है।
गौरतलब है कि आयुष्माण भारत कार्ड कोई भी बना सकता है, ये एक तरह का डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड है। इसको रजिस्टर करने के लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड से जुड़ा मोबाइल नंबर होना जरूरी है।
इसके लिए सबसे पहले हेल्थ आईडी पोर्टल (https://healthid.ndhm.gov.in/) पर जाना होगा। वहां ABHA नंबर तैयार करें पर क्लिक करें। आप यह कार्ड डाउनलोड भी कर सकते हैं।
इस हेल्थ आईडी कार्ड में आपका हेल्थ डाटाबेस स्टोर हो सकता है। इस डाटाबेस को डॉक्टर आपकी सहमति से देख सकते हैं।
डेटाबेस में डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन, रिपोर्ट वगैरह डिजिटल स्टोर की जाएंगी। इस सिस्टम के माध्यम से सभी अस्पतालों और डॉक्टरों की जानकारी जमा की जाएगी।
फिलहाल आम आदमी अपने स्तर पर रिकॉर्ड फीड कर सकता है, लेकिन मकसद ये है कि पूरे देश के नागरिकों का रिकॉर्ड अस्पताल और डॉक्टर के स्तर पर ही डिजिटल होकर इस सिस्टम में दर्ज होता रहे।
आयुष्माण भारत हेल्थ कार्ड के फायदे
1. रोगी का मेडिकल रिकॉर्ड दर्ज रहेगा
2. डॉक्टर को अपना हेल्थ रिकॉर्ड साझा कर सकेंगे
3. मेडिकल हिस्ट्री के बारे में सही जानकारी मिलेगी
4. उपचार की गुणवत्ता बेहतर होगी
5. टेलीमेडिसिन जैसी तकनीकों का उपयोग सहज होगा
6. निजी और सरकारी अस्पतालों का इलाज इस कार्ड पर लिंक होगा
सीजीएचएस योजना
केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) 1954 में केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य देखभाल सुविधा देने के लिए शुरू की गई थी। वर्तमान में 75 शहरों में 41 लाख से अधिक लाभार्थी इस योजना के अधीन हैं।
आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के रूप में भी जाना जाता है। इस योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को हुई थी।
इस योजना के तहत लाभार्थी परिवार को सालाना 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा सुविधा देती है। योजना के तहत देश के 12 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ से अधिक लोगों को सुरक्षा मिल रही है। इसमें से 30 करोड़ से ज्यादा लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन
सरकार के आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक का इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने के लिए एक मंच विकसित करना है।
आभा एक 14 अंकों की संख्या है जो लाभार्थी के हेल्थ आईडी के रूप में जानी जाती है। इसे डिजिटल रूप से या हार्डकॉपी के रूप में जारी किया जा सकता है। जनवरी 2024 तक कुल 52 करोड़ से ज्यादा आभा नंबर जारी किए गए हैं।