सरकार के जीएसटी कलेक्शन में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
वित्त मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च में 1.78 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ है, जो अब तक दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है।
वहीं, बीते वित्त साल 2023-24 के मार्च में जीएसटी कलेक्शन में सालाना आधार पर 11.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है।
अप्रैल 2023 में बना था रिकॉर्ड
अबतक का सबसे अधिक जीएसटी कलेक्शन अप्रैल 2023 में 1.87 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया था।
समूचे वित्त वर्ष 2023-24 में कुल जीएसटी कलेक्शन 20.14 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 11.7 प्रतिशत अधिक है।
मासिक औसत भी बढ़ा
इस वित्त वर्ष में औसत मासिक जीएसटी कलेक्शन 1.68 लाख करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक था।
वहीं, शुरुआती दौर में औसत मासिक राजस्व 85,000 से 95,000 करोड़ रुपये हुआ करता था।
20 लाख करोड़ का अहम पड़ाव पार
वित्त मंत्रालय के मुताबिक घरेलू लेनदेन में 17.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने से कर कलेक्शन में यह उछाल दर्ज किया गया। इसके चलते पूरे वित्त वर्ष में जीएसटी कलेक्शन ने 20 लाख करोड़ रुपये के अहम पड़ाव को पार कर लिया है।
2017 में लागू हुआ था जीएसटी
पुरानी अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था की जगह पहली जुलाई 2017 को देश भर में वस्तु एवं सेवा कर (GST) लागू किया गया था। इसे देश में आजादी के बाद से सबसे बड़ा टैक्स सुधार माना जाता है। केंद्र सरकार के मुताबिक, छह साल पहले लागू जीएसटी ने देश के लोगों पर टैक्स का बोझ कम करने में मदद की है।
जीएसटी कलेक्श बढ़ने के 6 कारण
1-भारत में मजबूत मांग और खपत
2-सेवा और विनिर्माण क्षेत्र में तेजी
3-ई-इन्वॉइसिंग में बढ़ोतरी
4-विनियामक अनुपालन में इजाफा
5-नए करदाताओं में बढ़ोतरी
6-डिजिटलीकरण एवं पारदर्शिता
छह माह में आया राजस्व (लाख करोड़ रुपये में)
अक्तूबर 2023 1.72
नवंबर 2023 1.67
दिसंबर 2023 1.64
जनवरी 2024 1.74
फरवरी 2024 1.68