प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार)
24 मार्च को होने वाले होलिका दहन का शुभ मुर्हुत निकाला गया।
विद्वानों ने रात 11 बजकर 15 मिनट से 12 बजकर 27 मिनट तक होलिका दहन का शुभ मुर्हुत बताया है। इस बार 24 मार्च को होलिका दहन होगा।
इसका शुभ मुर्हुत रात 11 बजकर 15 मिनट से 12 बजकर 27 मिनट तक तक रहेंगा। कुल मिलाकर होलिका दहन के लिए 1 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा।
उन्होंने बताया कि होलिका का पूजन दोपहर दोपहर 2 बजकर 22 मिनट से शाम 5 बजकर 31 मिनट तक और शाम 6 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। होलिका दहन सर्वसिद्धि योग में होगा।
जानिए कौन सी लकड़ी डालनी चाहिए=
- मेष और वृश्चिक राशि के लोग होलिका दहन के समय खैर की लकड़ी
- वृष और तुला राशि वाले होलिका दहन वाले दिन गूलर की लकड़ी
- मिथुन और कन्या राशि के लोगों के लिए अपामार्ग की लकड़ी
- धनु और मीन राशि के लोगों के लिए पीपल की लकड़ी होलिका में डालें
- परेशानियों या मुश्किलों के निवारण के लिए कुछ सटीक उपाय हैं जिन्हें कर सकते जैसे शरीर के उबटन को होलिका में जलाने से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
- सफलता प्राप्ति के लिए होलिका दहन स्थल पर नारियल, पान तथा सुपारी भेंट करें।
- गृह क्लेश से निजात पाने और सुख-शांति के लिए होलिका की अग्नि में जौ-आटा चढ़ाएं।=भय और कर्ज से निजात पाने के लिए नरसिंह स्रोत का पाठ करना लाभदायक होता है।
- होलिका दहन के बाद जलती अग्नि में नारियल दहन करने से नौकरी की बाधाएं दूर होती हैं।
- घर, दुकान और कार्यस्थल की नजर उतार कर उसे होलिका में दहन करने से लाभ होता है।
- होलिका दहन के दूसरे दिन राख लेकर उसे लाल रुमाल में बाँधकर पैसों के स्थान पर रखने से बेकार खर्च रुक जाते हैं।
- लगातार बीमारी से परेशान हैं, तो होलिका दहन के बाद बची राख मरीज़ के सोने वाले स्थान पर छिड़कने से लाभ मिलता है।