उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में मंगलवार शाम को नाई का काम करने वाले साजिद ने पड़ोस के दो बच्चों आयुष और आहान का धारदार हथियार से कत्ल कर दिया।
इस घटना के बाद से ही जिले में तनाव की स्थिति है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। यूपी पुलिस ने मासूम बच्चों के कत्ल के कुछ घंटों के अंदर ही मुख्य आरोपी साजिद को एनकाउंटर में मारा गिराया।
लेकिन इस मामले में वह अकेला आरोपी नहीं है बल्कि उसका भाई जावेद भी इस हत्याकांड में शामिल था।
बच्चों के परिजनों ने इस मामले में पुलिस में जो शिकायत दर्ज कराई है, उसके मुताबिक साजिद के साथ ही जावेद भी घर के अंदर आया था। फिलहाल बदायूं कि उस बाबा कॉलोनी भारी फोर्स तैनात है, जहां इस वारदात को अंजाम दिया गया था।
फिलहाल बदायूं पुलिस की 4 टीमें जावेद की तलाश में जुटी हैं और उसके रिश्तेदारों तक के यहां दबिश दी जा रही है। बच्चों के पिता विनोद का कहना है कि वह खुद भी इस घटना से हैरान हैं और जानना चाहते हैं कि आखिर नाई साजिद ने इस बेदर्दी से बच्चों को क्यों मारा।
घटना के वक्त बच्चों की मां संगीता भी मकान में ही नीचे मौजूद थीं। उन्होंने बताया कि साजिद ने हमसे 5000 रुपये मांगे थे। उसका कहना था कि मेरी पत्नी बीमार है और अस्पताल में एडमिट है। इसलिए मदद कर दो। मैंने 5000 रुपये भी दे दिए, फिर भी ऐसा कर डाला।
संगीता ने बताया, ‘साजिद घर की छत पर चला गया। वहां जाकर उसने छोटे बेटे से कहा कि पानी लेकर आ जाए। छोटा बेटा नीचे पानी लेने आया था तो उसने बड़े बेटे आयुष का कत्ल कर दिया। इसके बाद जब छोटा बेटा आहान पानी लेकर पहुंचा तो घटना देखकर डर गया।
इस पर साजिद ने उसे भी कत्ल कर दिया और मौके से भाग गया।’ बच्चों की मां ने रोते हुए बताया कि मेरा पहली मंजिल पर पार्लर चलता है।
उसने कहा कि चलो भाभी का पार्लर देख लें। इस बहाने वह ऊपर गया और मैं नीचे चाय बना रही थी। इसी दौरान उसने हत्याकांड को अंजाम दिया। परिवार के ही तीसरे बच्चे को भी उसने जख्मी कर दिया था, जिसकी हालत गंभीर है।
कुछ ही घंटों में पुलिस ने कर दिया एनकाउंटर
इस पूरे कांड की जानकारी देते हुए बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि शाम को करीब 7:30 बजे साजिद घर में घुसा और छत पर जाकर बच्चों को काट डाला।
नीचे उतरा तो लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह भाग निकला। इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि शेखूपुर के जंगल में एक व्यक्ति भाग रहा है, जिसके कपड़ों पर खून लगा है।
इसके बाद पुलिस की टीमें निकलीं और उसका पीछा किया। इस दौरान उसने उलटे पुलिस टीम पर ही फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन जवाबी कार्रवाई में मारा गया।
साजिद के एनकाउंटर के बाद क्या-क्या मिला
उन्होंने बताया कि परिवार के लोगों ने जो एफआईआर दर्ज कराई है, उसमें जावेद का भी नाम शामिल है। साजिद और जावेद दोनों भाई हैं और दोनों नाई का काम करते थे।
आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि साजिद के पास से एक तमंचा बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा जिस धारदार हथियार से बच्चों का कत्ल हुआ था, वह भी मिल गया है।