पेशे से नाई का काम करने वाले साजिद ने जिस तरह बदायूं दो बच्चों आयुष और आहान का कत्ल किया, उससे हर कोई हैरान है।
पुलिस ने कुछ ही घंटों के अंदर साजिद का एनकाउंटर कर दिया है और उसके भाई जावेद की तलाश जारी है, जो इस हत्याकांड में शामिल था।
इस बीच परिजनों ने एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें जावेद का भी नाम शामिल है। बच्चों के परिजनों का कहना है कि साजिद के साथ जावेद भी घर पर आया था।
साजिद ने बच्चों की मां संगीता से 5000 रुपये की यह कहते हुए मांग की थी कि पत्नी की डिलिवरी होनी है। संगीता ने पति से पूछ कर रकम भी दे दी थी।
मासूम बच्चों के पिता विनोद ने पुलिस में जो एफआईआर दर्ज कराई है, उसमें विस्तार से पूरे वाकये का जिक्र किया है।
एफआईआर के अनुसार विनोद ने बताया, ‘साजिद मेरे घर आया और पत्नी संगीता से कहा कि मेरी पत्नी की डिलिवरी होनी है, इसलिए कुछ पैसों की जरूरत है। वह अंदर गई ताकि पैसे ले आए। इस दौरान साजिद ने कहा कि उसकी तबीयत थोड़ी खराब है।
यह कहते हुए वह छत पर टहलने के बहाने चला गया और मेरे दोनों बच्चों को भी ले गया। यहां उसने अपने भाई जावेद को भी बुला लिया था। मेरी पत्नी जब अंदर से लौटी तो देखा कि साजिद और जावेद के हाथों में खून से सने चाकू थे।’
विनोद ने बताया कि इन दोनों ने मेरे तीसरे बेटे पर भी हमला किया, जो गंभीर रूप से जख्मी है। इसके बाद दोनों भाग गए। जाते हुए साजिद यह कहकर गया कि आज हमारा काम पूरा हो गया है।
अब तक यह पता नहीं चल सका है कि आखिर दो मासूम बच्चों का कत्ल साजिद और जावेद ने क्यों कर दिया।
हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट्स में यहां तक दावा किया गया है कि किसी तांत्रिक के कहने पर शायद उन्होंने यह हत्याकांड अंजाम दिया था। इस घटना से बदायूं में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया है। बाबा कॉलोनी के उस इलाके में भारी फोर्स तैनात है, जहां यह घटना हुई थी।
फिलहाल पुलिस जावेद की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस मामले की जांच का नेतृत्व खुद एसएसपी आलोक प्रियदर्शी कर रहे हैं।
उनका कहना है कि अभी हत्या की वजह पर कुछ कहा नहीं जा सकता। जांच के बाद ही पूरी बात पता चलेगी। लेकिन अब तक 5000 रुपये मांगने की बात सामने आई है।
पुलिस का कहना है कि एनकाउंटर में मारे गए साजिद के पास से हत्या में इस्तेमाल चाकू को बरामद किया गया है। इसके अलावा उसके पास एक तमंचा भी मिला है, जिसके जरिए वह पुलिस पर फायरिंग कर रहा था।