मैं करियर बनाने नहीं आया, PM पद की रेस पर बोले गडकरी; फडणवीस पर भी खुलकर बात…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के संबंधों को लेकर खूब चर्चा होती है। उन्होंने तमाम चर्चाओं पर खुद ही जवाब दिया है।

उन्होंने बताया है कि पीएम मोदी और फडणवीस के साथ उनके कैसे संबंध हैं। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनने की रेस में शामिल होने की अटकलों पर भी विराम लगा दिया है।

एक इंटरव्यू में गडकरी ने फडणवीस के साथ मतभेदों की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वह फडणवीस के गुरु थे।

साथ ही गडकरी ने यह भी कहा कि वह राजनीति में करियर बनाने के लिए नहीं आए हैं। वह एक जमीनी स्तर के कार्यकर्ता और आरएसएस स्वयंसेवक बना रहना पसंद करते हैं।

पीएम मोदी के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने काफी अच्छा काम किया था। 2014 में उन्हें पीएम कैंडिडेट घोषित करने के कारण बीजेपी को 2014 का चुनाव जीतने में मदद मिली थी।

2019 में भी हमने उनके नेतृत्व में अपना शानदार प्रदर्शन दोहराया। आज दस साल बाद हम यह कह पाने की स्थिति में हैं कि भाजपा ने एक दशक में जो हासिल किया, कांग्रेस पिछले 60-65 वर्षों में भी नहीं कर सकी।

देश की जनता ने मोदी सरकार पर भरोसा जताया है। एक बार फिर रिकॉर्ड अंतर से हमें चुनेंगे। गडकरी ने कहा कि हम निश्चित तौर पर 400 का आंकड़ा पार करेंगे।

भाजपा संसदीय बोर्ड से हटाने के सवाल पर क्या बोले गडकरी?
इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि राजनीति सामाजिक-आर्थिक सुधारों का एक साधन है। इसलिए मेरा पदों को लेकर कोई आकर्षण नहीं है। पीएम मोदी के साथ मेरे रिश्ते बहुत मधुर हैं।

फडणवीस के साथ कैसा है रिश्ता?
इस सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा कि ऐसी अटकलें लगती हैं कि फडणवीस के साथ कुछ मुद्दों पर एकमत नहीं हैं। मैंने फडणवीस के राजनीतिक प्रवेश की पहल उनके पिता से मिलने के बाद की थी। जब एक ही क्षेत्र से दो बड़े नेता हों तो लोग कयास लगाते रहते हैं।

मैं इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करता हूं। ना ही मेरी कोई शिकायत है। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले भी मुझसे सलाह लेते हैं। मैं उनसे कहता हूं कि नफा-नुकसान पर विचार करने के बाद ही निर्णय लें।

प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर क्या बोले गडकरी?
इस सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा कि मैं कभी भी प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं था। आज मैं जो कुछ भी हूं, उससे संतुष्ट हूं। मैं दृढ़ विश्वास के साथ एक प्रतिबद्ध भाजपा कार्यकर्ता हूं।

मैं हिसाब-किताब लगाते रहने वाला नेता नहीं हूं। मैं सबका साथ सबका विकास में विश्वास करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार सराहनीय काम कर रही है। मुझे विश्वास है कि हम मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार केंद्र में फिर से सरकार बनाएंगे।

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