गुरदासपुर सेंट्रल जेल में गुरुवार को हालात तब बेकाबू हो गए जब कैदियों के दो गुट आपस में भिड़ गए।
इसके बाद भड़के कैदियों ने बीच-बचाव को आए पुलिसकर्मियों पर ईट-पत्थर से पथराव करना शुरू कर दिया।
घटना इतनी बेकाबू और विकराल हो गई कि जेल प्रशासन को हालात काबू में करने के लिए सीआरपीएफ को बुलाना पड़ा। इस घटना में एक एसएचओ और चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
में दाखिल कराया गया है। स्थिति को बिगड़ते देख जिला पुलिस गुरदासपुर, बटाला, पठानकोट और होशियारपुर से भारी संख्या में पुलिस कर्मियों को जेल में तैनात किया गया है।
सीआरपीएफ की एक टुकड़ी को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस की बख्तरबंद गाड़ियों के अलावा फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस भी मौके पर तैनात की गई हैं।
दो गैंगस्टरों के गुटों में हुई झड़प
गुरदासपुर सेंट्रल जेल में दोपहर 12 बजे गोपा गैंगस्टर और प्रताप सिंह होशियारपुरिया गैंग से जुड़े कैदियों के बीच किसी बात को लेकर अचानक विवाद शुरू हो गया।
दोनों गुटों के बीच झड़प हो गई। जेल में तैनात पुलिसकर्मी उन्हें अलग करने लगे तो दोनों गुटों के कैदियों ने उन पर हमला कर दिया।
किसी तरह पुलिस जवान अपनी जान बचाकर वहां से बाहर निकले। इसके बाद सूचना धारीवाल थाने को दी गई। एसएचओ मनदीप सिंह, एसआई जगदीप सिंह पुलिस बल के साथ सेंट्रल जेल पहुंचे।
पुलिस जब अंदर गई तो कैदियों ने उन पर भी हमला बोल दिया और पथराव भी किया। इस हमले में एसएचओ मनदीप सिंह, एसआई जगदीप सिंह, एक हवलदार और पुलिस का फोटोग्राफर घायल हो गया।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े
कैदियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और हवाई फायरिंग भी की। कैदियों ने जेल में कपड़ों को आग लगा दी गई है, जिससे चारों तरफ धुंआ फैल गया।
घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी गुरदासपुर दयामा हरीश कुमार, डीसी डा. हिमांशु अग्रवाल और आईजी बार्डर रेंज मौके पर पहुंचे।
हालात को नियंत्रित करने के लिए सीआरपीएफ की एक टुकड़ी को जेल के आसपास तैनात कर दिया गया है। कैदियों को रोकने के लिए पठानकोट, बटाला, अमृतसर से पुलिस फोर्स बुलाई गई।