कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के एक लोकप्रिय रेस्तरां रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को कम तीव्रता के बम विस्फोट होने से कम से कम दस लोग घायल हो गए। पुलिस ने मामले में कड़े यूएपीए प्रावधान लागू किए।
विस्फोट शुक्रवार को दोपहर 12.56 बजे हुआ। इससे लगभग एक घंटे पहले रामेश्वरम कैफे में सीसीटीवी कैमरे में कैद टोपी, चश्मा और मास्क पहने एक व्यक्ति मुख्य संदिग्ध के रूप में उभरा है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि उस व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसने अपना आधा चेहरा छिपा रखा था।
इसके अलावा, इस ब्लास्ट में मंगलुरु ब्लास्ट का कनेक्शन भी सामने आ रहा है जहां 2022 में संदिग्ध आईएस आतंकी ने विस्फोट को अंजाम दिया था।
सीसीटीवी में देखा जा सकता है कि संदिग्ध व्यक्ति रेस्तरां में एंट्री करता है और फिर भागने से पहले स्नैक्स खाता है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रेस्तरां के हाथ धोने वाले एरिया के पास छोड़े गए एक बड़े बैग के अंदर रखे टिफिन बॉक्स में आईईडी था।
इसी से विस्फोट हुआ। उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने गृह मंत्री जी परमेश्वर के साथ शाम को विस्फोट स्थल का दौरा किया और अस्पताल में घायलों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह कम तीव्रता का विस्फोट था।
रवा इडली खाकर छोड़ गया बैग
शिवकुमार ने बताया, ‘‘धमाका अपराह्न करीब एक बजे हुआ। यह घटना रामेश्वरम कैफे में हुई। 28 से 30 वर्ष का एक युवक कैफे में आया और काउंटर पर रवा इडली खरीदने के बाद बैग कैफे के सामने एक पेड़ के नजदीक रखकर चला गया।
बैग रखने के करीब एक घंटे के बाद धमाका हुआ।’’ उपमुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘यह कम तीव्रता का बम धमाका था। उसने (व्यक्ति) एक घंटे के बाद धमाका होने के लिए टाइमर लगाया था।’’
उन्होंने कहा कि केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) को जांच सौंपी गई है। एफएसएल और बम निरोधक दस्ता मौके पर है।
इस्तेमाल की गई विस्फोटक सामग्री की पहचान अभी तक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया कि यह एक कम तीव्रता वाला विस्फोट था। इस तरह के फिलामेंट डेटोनेटर का इस्तेमाल आमतौर पर खुद से सीखे हुए इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकियों द्वारा किया जाता है।
यहां हैरानी की बात ये है कि इसी तरह का विस्फोट 19 नवंबर, 2022 को मंगलुरु में हुआ था। ऑटो-रिक्शा में एक प्रेशर कुकर में रखा बम गलती से फट गया था। बेंगलुरु और मंगलुरु, दोनों जगह हुए विस्फोट में एक जैसी IED के इस्तेमाल की आशंका है।
मंगलुरु ब्लास्ट का कनेक्शन
पुलिस सूत्रों ने कहा कि रामेश्वरम कैफे में इस्तेमाल किए गए विस्फोट और मंगलुरु विस्फोट में शामिल आईएस मॉड्यूल के बीच कई समानताएं हैं। नवंबर 2022 में मंगलुरु के बाहरी इलाके में एक ऑटो रिक्शा में बम विस्फोट हुआ था।
मामले में तिपहिया वाहन में सवार मोहम्मद शारिक मुख्य संदिग्ध है, जो 40 प्रतिशत तक झुलस गया था। शारिक और उसके साथी कथित तौर पर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से प्रेरित थे और एप ‘टेलीग्राम’ के जरिए उसके संपर्क में थे।
पुलिस ने बताया था कि भारत के बाहर उनके आकाओं ने बम बनाने में उनकी मदद करने के लिए एक दस्तावेज भेजा था, जिसका इस्तेमाल करके उन्होंने बम बनाया और शिवमोगा जिले में स्थित तुंगा नदी के किनारे इसका परीक्षण किया था। वर्तमान में NIA मामले की जांच कर रही है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस सूत्र ने कहा, “डेटोनेटर वही है जो मंगलुरु घटना में इस्तेमाल किया गया था, लेकिन इस्तेमाल किए गए विस्फोटक जैसे कुछ अन्य पहलू थोड़े अलग लग रहे हैं।”
पुलिस ने कहा कि इस विस्फोट को आतंकी घटना के रूप में माना जा रहा है। शिवकुमार ने कहा, ‘‘ सात से आठ टीम बनाई गई है और जांच की जा रही है।
किसी को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। जो भी (दोषी) होगा उसका पता लगाया जाएगा…पुलिस को जांच की पूरी आजादी है। हमें भरोसा है कि कुछ घंटों में ही वे दोषी का पता लगा लेंगे।’’