असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर कांग्रेस और खासतौर से गांधी परिवार पर हमला बोला है।
उन्होंने कांग्रेस के काम करने की तुलना भारतीय जनता पार्टी से की और कहा कि वहां सारे फैसले ‘एक ही परिवार के डाइनिंग रूम’ में लिए जाते हैं।
सरमा का दावा है कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस एक क्षेत्रीय पार्टी बनकर रह जाएगी।
बरपेटा जिले में भाजपा कार्यालय के उद्घाटन में सीएम सरमा ने कहा, ‘भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है, जिसे कार्यकर्ताओं ने मिलकर बनाया है।
लेकिन अगर आप कांग्रेस या अन्य दलों को देखेंगे, तो ये कार्यकर्ताओं ने नहीं बल्कि नेताओं और परिवारों के इर्द गिर्द घूमती रहती हैं।’ उन्होंने कहा, ‘परिवार के डाइनिंग रूम में फैसले लिए जाते हैं और कार्यकर्ता सिर्फ उसका पालन करते हैं। परिवार की जरूरतों के हिसाब से एजेंडा और पार्टी की विचारधारा बदल जाती है।’
इस दौरान उन्होंने ओडिशा में हुई भाजपा की बैठक का किस्सा भी साझा किया।
उन्होंने बताया कि वह यह देखकर हैरान थे कि अरुण जेटली, सुषमा स्वराज और धर्मेंद्र प्रधान जैसे बड़े नेता वहां मौजूद जनता से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बैठक में मौजूद सभी लोगों के साथ भोजन किया।
उन्होंने कहा, ‘हमें बताया गया था कि भाजपा में ऐसे ही काम होता है। कांग्रेस में सोनिया गांधी के साथ एक टेबल पर या राहुल गांधी के बगल की कुर्सी पर बैठना अकल्पनीय है।’
सरमा ने आरोप लगाए, ‘अगर कांग्रेस के मंच पर सोनिया गांधी के सामने कहें कि गांधी परिवार दूसरे नंबर पर आता है और देश पहले नंबर पर, तो मुझे आशंकाएं हैं कि इसे किस तरह से लिया जाएगा।’
उन्होंने आगे कहा, ‘लेकिन मोदी जी ने खुद कहा है कि देश पहले, पार्टी दूसरे और परिवार तीसरे नंबर पर। यह भाजपा के संगठनात्मक आधार को दिखाता है।’
उन्होंने कहा, ‘अमित शाह जैसे वरिष्ठ नेता किसी फैंसी होटल के बजाए पार्टी कार्यकर्ता के आवास पर भोजन करने में ज्यादा खुश होते हैं।’