अखिलेश यादव को करीबी भी दे रहे झटका! क्रॉस वोटिंग का डर, गुस्सें में पार्टी बताने लगी बिकाऊ…

अखिलेश यादव के लिए राज्यसभा चुनाव एक नई चुनौती लेकर आया है।

10 सीटों के चुनाव में भाजपा ने 8 कैंडिडेट उतार दिए हैं। विधायकों की संख्या के आधार पर देखें तो 7 सीटों पर भाजपा और 3 पर सपा आसानी से जीतने की स्थिति में हैं, लेकिन भाजपा ने 8वें उम्मीदवार के तौर पर संजय सेठ का नामांकन कराके खेल कर दिया।

ऐसे में अब सपा को आशंका है कि उसके ही कुछ विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं और ऐसी स्थिति में भाजपा को 8 सीटें मिल सकती हैं।

कभी सपा में ही रहे संजय सेठ नामी बिल्डर और कारोबारी हैं। माना जा रहा है कि उनके ही प्रभाव का इस्तेमाल करके भाजपा सपा को नुकसान पहुंचा सकती है।

यह डर तब और बढ़ गया, जब सोमवार शाम को अखिलेश यादव के डिनर में 8 विधायक नहीं पहुंचे। इन विधायकों में अखिलेश यादव के करीबी कहे जाने वाले मनोज पांडेय भी हैं, जो सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे।

इसके अलावा जलालपुर के विधायक राकेश पांडेय, गोसाईंगंज के अभय सिंह, गौरीगंज के राकेश प्रताप सिंह, कालपी के विनोद चतुर्वेदी भी नहीं पहुंचे।

यही नहीं अखिलेश से नाराज चल रहीं पल्लवी पटेल भी डिनर पर नहीं गईं। अमेठी के महाराज प्रजापति, चैल की विधायक पूजा ने भी दूरी बना ली। इन विधायकों को लेकर सपा को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है।

सपा के एक विधायक जाहिद बेग ने भी माना कि क्रॉस वोटिंग हो सकती है। उन्होंने तो गुस्से में यहां तक कहा कि बिकाऊ लोगों को जनता माफ नहीं करेगी।

जाहिद बेग ने कहा, ‘कई लोग नहीं आए। शायद वे अपने काम में बिजी थे। बिकाऊ लोगों को जनता माफ नहीं करेगी। यदि उन्होंने पैसे ले लिए होंगे तो जनता उन्हें जूतों से मारेगी।’

खुद अखिलेश यादव ने भी सोमवार को कहा था कि भाजपा दबाव डालती है, धमकाती है और एजेंसियों का डर दिखाती है। लेकिन इस चुनाव में यह सब काम नहीं करेगा।

बता दें कि सपा के तीन उम्मीदवारों में से एक जया बच्चन हैं तो दूसरे नौकरशाह रहे आलोक रंजन हैं। इसके अलावा दलित नेता रामजी लाल सुमन को मौका मिला है। 

दरअसल भाजपा ने जयंत चौधरी को पहले ही अपने पाले में शामिल कर लिया है। इसके अलावा राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के भी दो विधायक हैं और उधर से भी संकेत मिले हैं कि भाजपा का ही समर्थन करेंगे।

ऐसे में सपा के लिए बाहर से भी स्थिति कमजोर है और अब पार्टी में ही क्रॉस वोटिंग का डर उसके लिए एक उम्मीदवार की हार के नतीजे के तौर पर सामने आ सकता है।

इस बीच खबर है कि सपा के तीन बागी विधायक राकेश पांडेय, राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह एक ही गाड़ी से निकले हैं। इन लोगों ने अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की बात कही है।

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