प्रवीण नंगिया (ज्योतिष एवं वास्तु सलाहकार):
हिंदू धर्म में वास्तु का बड़ा महत्व है।
मान्यता है कि वास्तु के नियमों का पालन करने से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
इससे करियर, लव, फाइनेंस और हेल्थ से जुड़ी सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। साथ ही परिवार के सभी सदस्यों को जीवन के हर क्षेत्र में अपार सफलता मिलती है और कभी भी धन की तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है।
वास्तु के अनुसार, घर के बाहर लगी नेम प्लेट का भी घर के सदस्यों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। गलत तरीके से नेम प्लेट लगाने पर जीवन में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
आइए जानते हैं घर के बाहर नेम प्लेट लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
नेम प्लेट से जुड़े वास्तु टिप्स :
-नेम प्लेट को की साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए।
-वास्तु में आयताकार की नेमप्लेट शुभ मानी गई है।
-नेम प्लेट को मुख्यद्वार के दाएं तरफ लगाना चाहिए।
-नेम प्लेट पर लिखे हुए शब्द स्पष्ट से रुप से नजर आना चाहिए।
-नेम प्लेट टूटा-फूटा,ढीला या उस पर छेद नहीं होना चाहिए।
-नेम प्लेट पर भगवान गणेश या स्वास्तिक का चिन्ह बनवा सकते हैं।
-नेम प्लेट अगर टूट जाए या फिर पॉलिश उतर जाएं, तो इसे तुरंत बदल देना चाहिए।
-नेम प्लेट के पीछे मकड़ी छिपकली या चिड़िया का वास नहीं होना चाहिए।
-नेम प्लेट पर व्हाइट, येलो और केसरिया से मिलते-जुलते रंगों का प्रयोग करना चाहिए।
-वास्तु के अनुसार, प्लास्टिक से बनी नेम प्लेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
-तांबा, स्टील या पीतल की धातु से बनी नेम प्लेट लगा सकते हैं।
-इसके अलावा लकड़ी या पत्थन से बने नेम प्लेट का भी प्रयोग कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।