प्रवीण नंगिया (ज्योतिष सलाहकार):
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव को कर्म फल दाता कहा जाता है।
शनि देव कर्मों के हिसाब से व्यक्ति को फल देते हैं। ज्योतिष में शनि को पापी ग्रह कहा जाता है। शनि के अशुभ प्रभावों से हर कोई सुरक्षित रहना चाहता है।
जहां शनि के अशुभ प्रभावों से व्यक्ति का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है तो वहीं शनि के शुभ प्रभाव से व्यक्ति का जीवन राजा के समान हो जाता है।
शनिदेव की कृपा से रंक भी राजा बन जाता है। ज्योतिष में 12 राशियों का वर्णन है। हर राशि के स्वामी ग्रह होते हैं। स्वामी ग्रह का राशि पर पूरा प्रभाव रहता है।
कुंभ और मकर राशि के स्वामी ग्रह शनिदेव हैं। इन राशियों पर शनिदेव की विशेष कृपा रहती है। शनिदेव की कृपा से इन लोगों को जीवन में परेशानियों का सामना कम करना पड़ता है।
कुंभ और मकर राशि वाले भाग्यशाली होते हैं। आइए जानते हैं कुंभ और मकर राशि के जातकों के बारे में….
कुंभ राशि
- शनिदेव कुंभ राशि के स्वामी हैं।
- कुंभ राशि के जातक काफी सरल स्वभाव के होते हैं, जिस वजह से शनिदेव इन पर विशेष कृपा करते हैं।
- कुंभ राशि के जातक हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। शनिदेव उन लोगों से प्रसन्न रहते हैं जो दूसरों की मदद करते हैं।
- कुंभ राशि वाले धन के मामले में भाग्यशाली होते हैं।
- इन लोगों को धन से संबंधित परेशानियों का सामना कम ही करना पड़ता है।
मकर राशि
- मकर राशि के स्वामी भी शनिदेव हैं।
- मकर राशि के जातकों पर शनिदेव मेहरबान रहते हैं।
- मकर राशि वालों का आर्थिक पक्ष मजबूत होता है।
- शनिदेव की कृपा से मकर राशि के जातक दुखों से दूर रहते हैं।
- मकर राशि के जातक किस्मत के भी धनी होते हैं।
- इनके स्वभाव के कारण शनिदेव इस राशि के जातकों से प्रसन्न रहते हैं।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)