प्रवीण नंगिया (ज्योतिष सलाहकार):
शनि देव कुंभ राशि में विराजमान हैं, जहां अब सूर्य की भी एंट्री हो चुकी है।
ज्योतिष गणना के अनुसार, करीब 30 सालों के बाद पिता और पुत्र की युति कुंभ राशि में बनी है। 13 फरवरी के दिन कुंभ राशि में सूर्य देव ने गोचर किया था।
सूर्य के राशि परिवर्तन करते ही शनि सूर्य की युति का निर्माण हुआ, जो 13 मार्च तक रहने वाली है। सूर्य-शनि के सालों बाद एक साथ एक ही राशि में विराजमान होने से कुछ राशियों को काफी फायदा होगा।
इसलिए आइए जानते हैं 30 सालों के बाद कुंभ राशि में शनि और सूर्य की युति बनने से किन राशियों की किस्मत के दरवाजे खुल सकते हैं-
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य और शनि की युति फायदेमंद साबित हो सकती है। इस राशि के लोगों के वैवाहिक जीवन में चल रही आपसी मतभेद दूर होगी।
बिजनेस कर रहे लोगों को कोई अच्छा इन्वेस्टर मिल सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी और धन आगमन का योग बन रहा है। यात्रा करने की भी संभावना है।
मिथुन राशि
30 साल बाद बनी शनि और सूर्य की युति मिथुन राशि वालों के लिए बेहद ही लाभदायक साबित हो सकती है। करियर में आपको प्रमोशन पाने के लिए कई जरूरी टास्क मिल सकते हैं, जिन्हें आपको समय रहते ही पूरा करना होगा।
सिंगल लोगों की लाइफ में किसी स्पेशल पर्सन के एंट्री हो सकती है। इस दौरान समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और आप कॉन्फिडेंट होकर हर काम को जिम्मेदारी के साथ पूरा करेंगे।
मकर राशि
सूर्य और शनि की युति मकर राशि वालों के लिए शुभ साबित हो सकती है। आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में आप प्रशंसा के पात्र भी बन सकते हैं।
कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए समय अच्छा माना जा रहा है। इस दौरान आपका मन पढ़ाई में लगेगा। लेकिन आपको अपने हेल्थ पर ध्यान देने की जरूरत है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।