US में उजड़ गया हंसता-खेलता भारतीय परिवार, 17 करोड़ के बंगले में खून से लथपथ शरीर पर गोलियों के निशान…

अमेरिका के कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के एक दंपत्ति की संदिग्ध हालत में उनके ही आलीशान बंगले में संदिग्ध अवस्था में लाश मिली है।

इस दंपत्ति के साथ उनके चार वर्षीय जुड़वां बच्चे भी मृत पाए गए हैं। इन सभी के शरीर पर गोली लगने के निशान हैं। लाश खून से लथपथ थी। यह परिवार केरल का मूल निवासी है।

मृतकों की पहचान 42 वर्षीय आनंद सुजीत हेनरी, उनकी 40 वर्षीय पत्नी एलिस प्रियंका और उनके 4 वर्षीय जुड़वां बच्चे नूह और नीथन के रूप में की गई है।

जब एक पारिवारिक मित्र ने पुलिस में शिकायत की और सहायता मांगी तब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घर से ये लाशें बरामद कीं। पारिवारिक मित्र ने पुलिस में शिकायत की थी कि आनंद के घर पर कोई भी कॉल नहीं उठा रहा है, इसलिए मदद की जाए।

जब पुलिस वहां मदद करने पहुंची तो भारतीय-अमेरिकी दंपत्ति आनंद और ऐलिस बाथरूम के अंदर मृत पाए गए। उनके शरीर पर गोली लगने के निशान थे।

उनके जुड़वां बच्चे एक बेडरूम में मृत पाए गए। पुलिस इन सभी की मौत के कारणों का खुलासा नहीं कर पाई है। पुलिस के मुताबिक यह सुसाइड या मर्डर दोनों हो सकता है, फिलहाल मामले की जांच चल रही है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस की टीम वहां पहुंची तो घर अंदर से बंद मिला। इसके बाद पुलिस ने घर के चारों तरफ तलाशी ली तो उन्हें घर में जबरन एंट्री के कोई निशान नहीं मिले।  

जब घर की एक खिड़की खुली मिली तो उसके सहारे पुलिस अंदर घुस सकी। अंदर जाकर देखा तो एक अधेड़ युवा और एक महिला बाथरूम में मृत मिले। दो बच्चे भी घर में मृत अवस्था में मिले।

पुलिस के मुताबिक, बाथरूम से 9 एमएम की एक पिस्तौल और एक लोडेड मैगजीन बरामद की गई है। रिकॉर्ड से पता चलता है कि दंपत्ति ने 2020 में 17.43 करोड़ रुपये में आलीशान बंगला खरीदा था।

पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद कहा है कि यह मामला सुसाइड या मर्डर का हो सकता है। पुलिस दोनों ही एंगल से थछानबीन कर रही है लेकिन घर की खुली खिड़की किसी साजिश का इशारा कर रही है। इसलिए पुलिस ने बाहरी हमले की आशंका से इनकार नहीं किया है।

यह परिवार मूल रूप से केरल का रहने वाला है, जो पिछले नौ साल से अमेरिका में रह रहा था।

आनंद पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। उनकी पत्नी ऐलिस, एक सीनियर एनालिस्ट थी। दो साल पहले ही यह परिवार न्यू जर्सी से सैन मेटो काउंटी में शिफ्ट हुआ था।

पड़ोसियों के मुताबिक, यह दंपत्ति मिलनसार और मेहनती था और अपने बच्चों के लानन-पालन के प्रति समर्पित था, जिसे पड़ोसियों से लेकर सहयोगी काफी पसंद करते थे।

हालांकि, कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक इस दंपत्ति ने 2016 में तलाक की अर्जी दायर की थी लेकिन बाद में उसे अमल में नहीं लाया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsaap