पंडित नेहरू ने भारतीयों को बताया था आलसी? पूर्व पीएम का वह भाषण, जिस पर नरेंद्र मोदी बिफरे…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कांग्रेस समेत पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू पर भी निशाना साधा।

उन्होंने संसद में कहा कि कांग्रेस ने देश के सामर्थ्‍य पर भरोसा ही नहीं किया। मोदी ने कहा कि पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू ने भारतीयों को नीचा दिखाया था और कहा था कि भारतीय कम काम करते हैं।

उन्होंने कहा कि नेहरू जी की भारतीयों के प्रति सोच थी कि भारतीय आलसी हैं। दरअसल, पीएम मोदी 15 अगस्त 1959 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नेहरू के दिए भाषण का जिक्र कर रहे थे।

चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर पंडित नेहरू ने क्या कहा था जिसे लेकर मौजूदा प्रधानमंत्री ने उन पर निशाना साधा है।

15 अगस्त, 1959 को पूर्व पीएम नेहरू ने लाल किले से कहा था, ‘हिन्दुस्तान में काफी मेहनत करने की आदत आमतौर से नहीं हुई है। इसमें हमारा कसूर नहीं है, ऐसी आदतें पड़ जाती हैं। लेकिन, बात ये है कि हम उतना काम नहीं करते जितना कि यूरोप वाले, जापान वाले, चीन वाले, रूस या अमेरिका वाले करते हैं।’

उन्होंने कहा कि ये मत समझिए कि वे कौमें किसी जादू से खुशहाल हो गईं, बल्कि मेहनत और अक्ल से हुई हैं। नेहरू ने कहा कि हम भी मेहनत और अक्ल से आगे बढ़ सकते हैं। इसके अलावा और कोई चारा नहीं है। 

महंगाई पर नेहरू के बयान को लेकर भी साधा निशाना
जवाहरलाल नेहरू के इस भाषण को लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर आज जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘नेहरू जी की भारतीयों के प्रति सोच थी कि भारतीय कम अक्ल के लोग होते हैं।’

पीएम मोदी यहीं नहीं रुके। उन्होंने महंगाई पर बात करते हुए पंडित नेहरू का बयान याद दिलाया। मोदी ने कहा, ‘इतिहास गवाह है जब भी कांग्रेस आती है महंगाई आती है।

कभी कहा गया था कि ‘हर चीज की कीमत बढ़ जाने की वजह से मुसीबत फैली है, आम जनता उनमें फंसी है।’ यह नेहरू जी ने लाल किले से कहा था।

10 साल बाद भी महंगाई के यही गीत कहे गए थे। देश का PM रहते उन्हें 12 साल हो गए थे लेकिन हर बार महंगाई काबू में नहीं आ रही है। महंगाई के कारण आपको मुसीबत हो रही है, इसी के गीत गाते रहे थे।’

इंदिरा जी की सोच भी नेहरू जी से ज्यादा अलग नहीं: मोदी
नरेंद्र मोदी ने कहा कि इंदिरा जी की सोच भी नेहरू जी से ज्यादा अलग नहीं थी। उन्होंने लाल किले से कहा था- दुर्भाग्यवश हमारी आदत ये है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को होता है तो हम आत्मसंतुष्टि की भावना से ग्रस्त हो जाते हैं।

जब कोई कठिनाई आ जाती है तो हम नाउम्मीद हो जाते हैं। कभी-कभी ऐसा लगता है कि पूरे राष्ट्र ने पराजय भावना को अपना लिया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज कांग्रेस को देखकर लगता है कि भले इंदिरा जी देश का आकलन सही से नहीं कर पाईं, लेकिन कांग्रेस का सटीक आकलन किया था।

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