पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी कर ली है।
खबर है कि पार्टी राज्य की सभी सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। हालांकि, इसे लेकर पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया था।
कहा जा रहा था कि तृणमूल कांग्रेस सीट बंटवारे में हो रही देरी से नाराज है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हमारी पार्टी सुप्रीमो ने साफ कर दिया है कि हमें कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है।
उनका कहा है कि पार्टी ने उन्हें दो सीटें देने की पेशकश की थी, लेकिन कांग्रेस 10-12 सीटों की मांग कर रही है।’
पहले सिर्फ 2 सीटें देने की थी तैयारी
टीएमसी ने कांग्रेस की 10-12 सीटों की मांग की भी आलोचना की है। इससे पहले कहा जा रहा था कि सीएम बनर्जी राज्य में कांग्रेस को 2 सीटों की पेशकश कर रही थीं।
हालांकि, खबरें आती रही हैं कि सिर्फ टीएमसी ही नहीं, बल्कि विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के कई दल सीट शेयरिंग पर जल्द से जल्द बात करने की मांग उठा चुके हैं।
कांग्रेस की न्याय यात्रा में नहीं होंगी शामिल
मंगलवार को ही टीएमसी ने साफ कर दिया है कि पार्टी असम में कांग्रेस की न्याय यात्रा में शामिल नहीं होगी। एजेंसी के अनुसार, टीएमसी के एक नेता का कहना है कि सीट शेयरिंग पर पहले बातचीत होना जरूरी है।
खास बात है कि कांग्रेस की न्याय यात्रा असम के बाद पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ेगी और 25 जनवरी को कूच बिहार पहुंच सकती है।
कांग्रेस का भी कड़ा रुख
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को कहा, ‘इस बार चुनाव ममता बनर्जी की दया पर नहीं लड़े जाएंगे। ममता बनर्जी जो दो सीटें छोड़ रही हैं, वहां कांग्रेस ने बीजेपी और टीएमसी को हराया है।
कांग्रेस पार्टी जानती है कि चुनाव कैसे लड़ना है। ममता बनर्जी अवसरवादी हैं। वह साल 2011 में कांग्रेस की दया पर सत्ता में आईं थीं।’