कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राहुल गांधी और उनके भारत जोड़ो न्याय यात्रा के अन्य साथियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है।
राहुल गांधी सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गुवाहाटी शहर की सीमा पर असम पुलिस कर्मियों के साथ झड़प के एक दिन बाद खरगे ने शाह को पत्र लिखा है।
बता दें कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान मंगलवार को पार्टी और असम की भारतीय जनता पार्टी सरकार में उस वक्त टकराव की स्थिति देखने को मिली जब कांग्रेस कार्यकर्ता बैरिकेड्स को हटाते हुए गुवाहवाटी में दाखिल हुए।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जी पी सिंह को अवरोधक तोड़ने के लिए भीड़ को उकसाने के आरोप में राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।
जिसके बाद राहुल सहित कई कांग्रेसियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। यात्रा में भाग लेने वाले कांग्रेस नेताओं और समर्थकों को गुवाहाटी के मुख्य मार्गों में प्रवेश करने से रोकने के लिए राजमार्ग पर अवरोधक लगाए गए थे।
कांग्रेस समर्थकों ने जब अवरोधक हटाए तो पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प हो गई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया को चोटें आईं।
गृह मंत्री को लिखे अपने पत्र में, खरगे ने “कई ऐसे उदाहरण बताए जहां असम पुलिस द्वारा पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में कमी पाई गई है।”
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी Z+ सुरक्षा के हकदार हैं। इसके अलावा, उन्होंने कांग्रेस के पोस्टरों को फाड़ने और 21 जनवरी को भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस की यात्रा को रोकने और राज्य पार्टी प्रमुख भूपेन बोरा पर हमला करने का जिक्र किया है।
खरगे ने आरोप लगाया कि ‘ये काम पुलिस की देख-रेख में हुआ। पुलिस खड़ी रही और उसने भाजपा कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी के काफिले के करीब आने दिया। इससे राहुल गांधी का सुरक्षा घेरा टूट गया और उनकी तथा उनकी टीम की शारीरिक सुरक्षा खतरे में पड़ गई।’
उन्होंने कहा कि ये सारे सबूत पब्लिक डोमेन में मौजूद हैं लेकिन इसके बावजूद इन घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने गृह मंत्री से कहा कि “हम यह सुनिश्चित करने के लिए आपके हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं कि असम के मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक यह सुनिश्चित करें कि ऐसी कोई अप्रिय घटना न हो जिससे राहुल गांधी या भारत जोड़ो न्याय यात्रा का कोई सदस्य गंभीर चोट का शिकार न हो।”
मंगलवार को असम में कांग्रेस की न्याय यात्रा का आज छठा दिन था। बस के ऊपर से लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने अवरोधक हटा दिए हैं, लेकिन ‘हम कानून नहीं तोड़ेंगे।’
उन्होंने आरोप लगाया कि पहले भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को इसी रास्ते यात्रा निकालने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कांग्रेस को अनुमति नहीं दी गई। राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को ‘‘बब्बर शेर’’ करार देते हुए कहा, ‘‘आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि हम कमजोर हैं। हमने अवरोधक हटा दिए हैं।’’