बीते तीन महीने से ज्यादा से इजरायल गाजा में तबाही मचा रहा है।
दावा है कि गाजा में अब तक 24 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
कतर के प्रधानमंत्री इस तबाही को लेकर भावुक हो गए और उन्होंने कहा, अब गाजा खत्म हो गया है। बता दें कि 7 अक्टूबर हमास ने इजरायल पर हमला किया था।
इसके बाद इजरायल ने पलटवार किया तो गाजा से लगभग 23 लाख लोगों को अपना घर-बार छोड़कर भागना पड़ गया।
इजरायल पर बरसे कतर के पीएम
कतर के प्रधानमंत्री ने इजरायल के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जमकर आलोचना की। शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने कहा कि यह संघर्ष रोकने के लिए टू स्टेट सलूशन ही मात्र रास्ता था।
वहीं इजरायल जिस तरीके से प्रतिक्रिया दे रहा है उससे लगता है कि अब इस इलाके में शांति बहुत मुश्किल है। कतर के पीएम दावोस में हो रही वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, अब गाजा खत्म हो गया है। इसक मतलब है कि अब वहां कुछ नहीं बचा है। चारों तरफ बमबारी के निशान हैं। दूर-दूर तक इंसान नहीं दिखाई देते हैं।
उन्होंने कहा, जब तक इजरायल की सरकार और नेता एक साथ दो राष्ट्रों के अस्तित्व को लेकर तैयार नहीं होंगे तब तक टू स्टेट सलूशन संभव ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि बिना युद्ध रुके कोई भी सकारात्मक पहल नहीं हो सकती। मध्यपूर्व सागर में हुतियों के आतंक को लेकर उन्होंने कहा कि स्थिति धीरे-धीरे बहुत खराब हो रही है। इस पूरे क्षेत्र में युद्ध जैसे हालात बन रहे हैं।
यूएन ने भी जताई चिंता
इस सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा, गाजा में भुखमरी का साया है। बीमारियों का खतरा पैदा हो गया है।
गाजा में अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाई गई हैं। गाजा में इतनी बमबारी हो रही है कि यूएन ठीक से मानवीय सहायता भी नहीं पहुंचा पा रहा है।
वहीं इजरायल के रक्षा मंत्री का कहना है कि युद्ध समाप्त होने के बाद गाजा पर फिलिस्तीनी ही शासन करेंगे। वहीं अरब देशों का कहना है कि यरुशलम और वेस्ट बैंक की तरह गाजा पर भी इजरायल ही हावी हो जाएगा।