CEO सूचना सेठ को मंगलवार को कर्नाटक के चित्रदुर्ग के पास गिरफ्तार कर लिया गया था।
अब गोवा से कर्नाटक तक लाने वाले कैब ड्राइवर ने इस घटना को लेकर कई खुलासे किए हैं। उसने बताया है कि वह यात्रा के दौरान शांत थीं।
पहले भी खबरें आईं थी कि सूचना पूछताछ के दौरान कोई अफसोस नहीं जता रही हैं। हालांकि, ड्राइवर के बयान को लेकर पुलिस की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
सेठ पर अपने चार साल के बेटे की हत्या के आरोप हैं। न्यूज18 के अनुसार, कैब ड्राइवर रेजॉन डिसूजा ने पुलिस को जानकारी दी है कि उसे सूचना सेठ की बुकिंग मध्यरात्रि में मिली थी।
उसने देर रात होने के चलते किराया भी ज्यादा बताया था, लेकिन वह मान गई थीं। रिपोर्ट के मुताबिक, डिसूजा का कहना है वह एक घंटे के अंदर होटल सोल बनयान गार्डन पहुंच गया और उस दौरान सूचना ‘शांत और संयम’ में नजर आ रही थीं।
खास बात है कि लंबा सफर होने के चलते वह अपने दोस्त को भी साथ ले गया था। ड्राइवर ने यह भी बताया है कि सामान रखते समय भारी लाल बैग के बारे में सूचना से सवाल भी किया था, जिसपर उन्होंने बताया कि बैग में एंटीक और ग्लास का सामान है।
ना कार से बाहर आईं, ना एयरपोर्ट जानें राजी हुईं
कहा जा रहा है कि चोरला के पास किसी दुर्घटना के चलते भारी जाम लगा हुआ था। रिपोर्ट के अनुसार, ड्राइवर ने कहा, ‘मैंन उन्हें एयरपोर्ट छोड़ने का भी सुझाव दिया था, क्योंकि वह पास था और यह भी बताया था कि जाम को हटने में कम से कम 4 घंटे लगेंगे।
वह फिर भी कार से जाने पर अड़ी रहीं।’ डिसूजा ने बताया कि सुबह करीब 7 हजे गोवा-कर्नाटक सीमा पर नाश्ते के लिए रुके, लेकिन सूचना कार से बाहर नहीं आईं और एक ही जगह पर बैठी रहीं।
ऐसे पहुंचे पुलिस स्टेशन
सूचना उत्तरी गोवा के कैंडोलिम स्थित एक अपार्टमेंट में रुकी हुई थीं। जब गोवा में कमरे की जांच की गई, तब वहां खून के धब्बे मिले थे।
यहां से पुलिस की जांच शुरू हुई और ड्राइवर से संपर्क साधा गया। इससे पहले सूचना पुलिस को बेटे का गलत पता बता चुकी थी। जब पुलिस ने ड्राइवर को फोन लगाया, तो कोंकणी में बात की और उसे नजदीकी पुलिस स्टेशन ले जाने के लिए कहा गया।
खास बात है कि लंबा सफर होने के चलते डिसूजा अपने एक साथी को भी लेकर गए थे। पुलिस स्टेशन का रास्ता पता करने के लिए गाड़ी को एक रेस्त्रां के पास रोका और साथी से सूचना पर नजर रखने को कहा।
ड्राइवर के बयान के मुताबिक, गूगल और रेस्त्रां के गार्ड की मदद से पुलिस स्टेशन का पता खोजा गया। ड्राइवर ने बताया कि जब उन्होंने कार पुलिस स्टेशन पर पहुंचाई, तब भी सूचना ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी। बस यह पूछा कि पुलिस स्टेशन पर क्यों रोका है।
बच्चे की लाश पर भी नहीं दी प्रतिक्रिया
रिपोर्ट के मुताबिक, जब महिला पुलिकर्मी ने लाल बैग खोला, तो कपड़ों के नीचे मरे हुए बच्चे का हाथ नजर आया। कहा जा रहा है कि सूचना ने बेटे के शव को देखकर भी प्रतिक्रिया नहीं दी थी।