बांग्लादेश में चुनाव संपन्न हो चुके हैं। सत्तारूढ़ अवामी लीग की भारी जीत के साथ हसीना लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री बन चुकी हैं।
शानदार जीत के बाद शेख हसीना ने भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों को याद किया।
उन्होंने भारत को भरोसेमंद दोस्त बताया है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमन ने इस बीच भारत को भरोसा दिलाया है कि उनका देश चीन की चाल में कभी नहीं फंसेगा और कभी घुटने नहीं टेकेगा।
इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में मोमन ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में लोकतंत्र बहुत स्थिर है।
उन्होंने कहा, ”आपने चुनाव देखा है। इसमें 12 करोड़ लोगों ने मतदान किया है। यह एक वास्तविक और बहुत प्रतिस्पर्धी चुनाव था। बांग्लादेश में लोकतंत्र काम कर रहा है। हम दुनिया में लोकतंत्र के अग्रदूतों में से एक हैं। हमने स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और विश्वसनीय चुनाव का उदाहरण देकर यह स्थापित किया है।
भारत-बांग्लादेश संबंधों पर क्या बोले विदेश मंत्री?
उन्होंने कहा, हमारा रिश्ता पहले से ही बहुत मजबूत है। यह सिर्फ आज की बात नहीं है। हमारे जन्म के समय, स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत ही सबसे बड़ा मददगार था।
उन्होंने आज़ादी के लिए हमारी तरह खून बहाया है। हाल के वर्षों में हमारी प्रधानमंत्री शेख हसीना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने बहुत अच्छा तालमेल और संबंध विकसित किया है। पीएम मोदी ने इसे स्वर्णिम अध्याय बताया है और हम इस पर आगे बढ़ना चाहते हैं।
हम भारत और बांग्लादेश और अन्य सभी पड़ोसियों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए आगे बढ़ेंगे।
चीन को लेकर क्या है बांग्लादेश के विदेश मंत्री की राय?
बांग्लादेश में चीन का बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं है। चीन एक विकास भागीदार है। वे हमारी कुछ परियोजनाओं में हमारी मदद कर रहे हैं।
चीन यहां या तो एक ठेकेदार के रूप में काम कर रहा है या फिर एक विशेषज्ञ के रूप में। अगर आप देखें कि हमें चीन से कितना पैसा मिला है, तो यह जीडीपी के 1 फीसदी से भी कम है।
चीन से मिले कर्ज को लेकर उन्होंने कहा कि एक देश दूसरे देश के कर्ज में डूबा हो सकता है यदि उसकी विदेशी कर्जा 55 प्रतिशत से अधिक हो।
हमारी कुल उधारी सिर्फ 13.6 फीसदी है। भारत में डर वास्तविक नहीं है। चीन एक मित्र और विकास भागीदार है। हम कोई भी सहायता या फंड प्राप्त करने में बहुत विवेकपूर्ण हैं। इसलिए लोगों को यह डर नहीं होना चाहिए कि बांग्लादेश चीनियों के आगे झुक जाएगा।
सीएए पर उनकी राय?
विदेश मंत्री ने कहा, ”भारत में एक मजबूत और परिपक्व सरकार है। उनका नेतृत्व परिपक्व है और उन्हें मजबूत मूल्य और परंपराएं विरासत में मिली हैं। भारत ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे भारतीय मूल्यों और सिद्धांतों को ठेस पहुंचे। इसलिए हमें इसकी चिंता नहीं है।