सनातन धर्म का विरोध करने वाले उदयनिधि स्टालिन का प्रमोशन होने की अटकलें हैं।
कहा जा रहा है कि उन्हें तमिलनाडु का उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि, इसे लेकर द्रविड़ मुन्नेत्र कझगम यानी DMK की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
राज्य में विपक्षी दल AIADMK ने दावा किया है कि 2026 में उदयनिधि को सीएम चेहरा भी बनाया जाएगा।
उदयनिधि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं।
फिलहाल, वह राज्य सरकार में मंत्री हैं। अब इंडिया टुडे की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि स्टालिन फरवरी में विदेश यात्रा पर रवाना हो रहे हैं, जिसके बाद राज्य में उदयनिधि का डिप्टी सीएम बनने का रास्ता तैयार हो जाएगा।
संभावनाएं जताई जा रही हैं कि 21 जनवरी को होने वाली बैठक के दौरान बड़ा ऐलान हो सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, DMK पदाधिकारी टीकेएस एलनगोवन ने उदयनिधि के डिप्टी सीएम बनने के संबंध में जानकारी नहीं होने की बात कही है। उन्होंने कहा, ‘इसमें कुछ गलत नहीं है, क्योंकि वह बहुत ही सक्रिय हैं। अब वह उपमुख्यमंत्री बनते हैं या नहीं, यह सिर्फ मुख्यमंत्री ही तय कर सकते हैं और कोई नहीं।’
इधर, खुद उदयनिधि इसे अफवाह करार दे रहे हैं। इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘सिर्फ मुख्यमंत्री ही फैसला ले सकते हैं। यह केवल अफवाह है।’
AIADMK ने लगाए परिवारवाद के आरोप
AIADMK प्रवक्ता कोवई सत्यन ने कहा, ‘हम यही बात बीते एक साल से कह रहे हैं। जब से उन्हें (उदयनिधि) को विधानसभा चुनाव का टिकट दिया गया। बाद में वह मंत्री बने और अब उपमुख्यमंत्री बने। वह 2026 में मुख्यमंत्री चेहरा होंगे और यह दिखाता है कि डीएमके लोकतंत्र के नामपर परिवारवाद का सबसे अच्छा उदाहरण है।’
सनातन का विरोध
बीते साल सितंबर में एक कार्यक्रम के दौरान उदयनिधि ने सनातन धर्म को ‘उखाड़ फेंकने’ की बात कही थी। उन्होंने कहा था, ‘कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता।
उन्हें खत्म ही किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छरों, मलेरिया या कोरोनावायरस का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे उखाड़ फेंकना होगा। इसी तरह हमें सनातन को भी उखाड़ना होगा।’