ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को दक्षिण-पूर्वी शहर करमन में हुए डबल बम धमाकों के पीछे देश के “दुष्ट और आपराधिक दुश्मनों” को दोषी ठहराया है।
खामेनेई का इशारा इजरायल और अमेरिका की तरफ है। इन धमाकों में कम से कम 103 लोग मारे गए हैं। अमेरिकी हमले में मारे गए जनरल सुलेमानी के सम्मान में उसकी कब्र पर आयोजित एक समारोह में हुए बम विस्फोटों में कम से कम 170 लोग घायल भी हुए हैं। उन्होंने इन विस्फोटों पर “कठोर प्रतिक्रिया” देने की कसम भी खाई है।
खामेनेई ने कहा, “ईरानी राष्ट्र के दुष्ट, आपराधिक दुश्मनों ने एक बार फिर एक त्रासदी रची है और करमन में शहीदों की कब्रों के सुगंधित वातावरण में हमारे कई प्रिय लोगों को शहीद कर दिया है।”
करमन में हुए धमाकों को ईरानी सरकारी टेलीविजन ने “आतंकवादी हमला” करार दिया है। यह हमला मध्य पूर्व में भारी तनाव और हमास के नंबर दो सालेह अल-अरुरी की हत्या के एक दिन बाद किया गया है।
सालेह को ईरान का सहयोगी बताया जाता रहा है, जिसे बेरूत ड्रोन हमले में मार गिराया गया है। लेबनानी अधिकारियों ने इसके लिए इजरायल को दोषी ठहराया है।
माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट X पर खामेनेई ने कहा, “दुश्मन को पता होना चाहिए कि सुलेमानी के उज्ज्वल रास्ते पर चलने वाले सैनिक उनकी नीचता और अपराध को बर्दाश्त नहीं करेंगे। निर्दोष लोगों के खून से रंगे हाथ और उन्हें गुमराह करने वाले भ्रष्ट, दुष्ट दिमाग निश्चित रूप से कड़े हमले और उचित प्रतिशोध के पात्र हैं।”
उन्होंने अपनी एक्स पोस्ट में आगे लिखा, “ईरानी राष्ट्र शोक में है और कई परिवार अपने प्रियजनों की मृत्यु पर शोक मना रहे हैं। बावजूद इसके पत्थर दिल अपराधी हमारे महान कमांडर शहीद कासिम सुलेमानी की कब्र पर लोगों के प्यार और स्नेह को देखकर बर्दाश्त नहीं कर सके।”
बता दें कि चार साल पहले बगदाद हवाई अड्डे के ठीक बाहर अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के जनरल रहे क़ासिम सुलेमानी की हत्या कर दी गई थी।
उसकी चौथी बरसी पर बुधवार को उसके गृहनगर करमन में समारोह हो रहा था, जिसमें डबल धमाके हुए हैं।