भाजपा ने मध्य प्रदेश के अपने किले को 20 साल से बचा रखा है और एक बार फिर से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है।
अब वह उससे आगे बढ़कर लोकसभा इलेक्शन में क्लीन स्वीप की तैयारियों में जुट गई है।
भाजपा ने राज्य की सभी 29 सीटों के लिए प्लान तैयार किया है, जिनमें से एक कमलनाथ की छिंदवाड़ा सीट भी है। वह यहां से लगातार जीत हासिल करते रहे हैं और 2019 में उनके बेटे नकुलनाथ ने जीत पाई थी।
यह इकलौती सीट थी, जिस पर कांग्रेस जीती थी। लेकिन अब भाजपा इस पर भी नजर गड़ाए हुए है।
भाजपा की हाल ही में हुई मीटिंग में फैसला लिया गया है कि मध्य प्रदेश में 60 फीसदी वोट हासिल करने का टारगेट रहेगा। इसके अलावा सभी 29 सीटों पर जीत हासिल करने का प्लान बन रहा है।
पिछले कुछ दिनों में राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल, सीएम मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और अलग-अलग मोर्चे के नेताओं की कई मीटिंग हुई हैं।
इन बैठकों में एमपी में लोकसभा इलेक्शन के गेम प्लान पर चर्चा हुई। इसमें चर्चा हुई है कि भाजपा के कार्यकर्ता राम मंदिर को लेकर जनता तक जाएंगे। इसके अलावा बूथ लेवल पर एक बार फिर देखा जाएगा कि क्या कमियां रह गई हैं।
यही नहीं मोदी की गारंटी को विधानसभा चुनाव की तरह ही फिर से प्रचारित किया जाएगा। कहा जा रहा है कि भाजपा ने नारा भी तैयार कर लिया है। यह नारा होगा- तीसरी बार मोदी सरकार, अबकी बार 400 पार। इसके अलावा लाभार्थी वर्ग को भी टारगेट किया जा रहा है।
दरअसल पीएम मोदी कई बार जाति गणना के सवाल पर महिला, युवा, गरीब समेत 4 जातियों का जिक्र कर चुके हैं। अब भाजपा फोकस कर रही है कि इसी नीति के तहत लाभार्थियों, महिलाओं और युवाओं पर फोकस किया जाए। नेताओं से कहा गया है कि वे जनता को बताएं कि पीएम मोदी की पहल पर क्या स्कीमें चल रही हैं। यह भी जानें कि लोगों को कितना फायदा मिल रहा है।
विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 230 में से 163 सीटें जीती थीं। अब लोकसभा इलेक्शन के लिए भी कुछ हद तक उसी तर्ज पर संभाग वार रणनीति बन रही है।
पूरे एमपी को ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य जैसे क्षेत्रों में बांटकर प्लान बन रहा है। बता दें कि केंद्र सरकार की पहल पर पहले ही विकसित भारत संकल्प यात्रा चल रही है। इनमें वरिष्ठ मंत्रियों तक को लगाया गया है। इस यात्रा के तहत हर दिन दो ग्राम पंचायतों को कवर किया जा रहा है। भाजपा ने सभी जिलों की अपनी टीम को इस यात्रा से जुड़ने को कहा है।