दुर्ग जिले में ऑनलाइन सट्टे के मामले में मोस्ट वांटेड आरोपी दीपक सिंह उर्फ दीपक नेपाली को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
उसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 17 मामले दर्ज हैं, जिसमें अपहरण, धोखाधड़ी, हत्या का प्रयास, मारपीट, आर्म्स एक्ट जैसे मामले शामिल हैं।
इसके चलते पुलिस ने दीपक नेपाली पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) भी लगाई थी। आरोपी को रासुका के तहत गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक दीपक नेपाली के संरक्षण में ऑनलाइन सट्टे का संचालन भिलाई-दुर्ग समेत पूरे छत्तीसगढ़ में किया जा रहा था।
आरोपी विदेश में बैठे ऑनलाइन सट्टे के प्रमोटर्स से सीधे संपर्क में था। इसके अलावा शहर में पकड़े जाने वाले हरेक पैनल में उसकी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संलिप्तता रहती थी।
इसके चलते पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी। लेकिन शहर में ही रहने पर भी पुलिस उसे उसको पकड़ नहीं पा रही थी।
मंगलवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दीपक को वैशाली नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत अपने घर पर देखा गया है। एसएसपी रामगोपाल गर्ग ने तत्काल संयुक्त टीम गठित बनाकर देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी शहर से भागने की तैयारी में था। इस मामले में दीपक नेपाली से सांठगांठ रखने वाले एक एएसआई को एसएसपी गर्ग ने लाइन अटैच भी किया है।
एएसआई संबंधित थाने के टीआई के नाम पर दीपक नेपाली को संरक्षण देने के एवज में वसूली कर रहा था।
गैंगस्टर तपन सरकार के खास गुर्गों में शामिल था दीपक नेपाली
पुलिस के मुताबिक दीपक नेपाली पेशेवर अपराधी है। वह गैंगस्टर तपन सरकार का भी करीबी माना जाता है।
इसके चलते तत्कालीन आईजी जीपी सिंह ने गैंगस्टर तपन सरकार के 20 खास गुर्गों की सूची जारी की थी। उसमें दीपक नेपाली का नाम भी शामिल था।
इसके चलते आरोपी के खिलाफ 12 प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है एवं 5 प्रकरणों में विवेचना जारी है।
भिलाई: सट्टा-अपहरण जैसे कई केस
पुलिस के मुताबिक दीपक नेपाली पेशेवर अपराधी था। उसके खिलाफ कुल 17 मामले दर्ज थे, जिसमें सबसे ज्यादा छावनी थाना में 10 अपराध पंजीबद्ध थे।
सुपेला और जामुल थाना में दो-दो मामले दर्ज हैं, जो ऑनलाइन सट्टा और अपहरण के थे। इसके अलावा वैशाली नगर, भिलाई-3 और भिलाई नगर में एक-एक अपराध पंजीबद्ध था।