22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्धाटन की तैयारी चल रही है।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और उससे जुड़े संगठन इसकी तैयारी में जुट गए हैं।
मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति स्थापित करने के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है।
इस बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने कहा कि उन्हें यह बात परेशान करती है कि देश की आज की राजनीति में राम मंदिर और दीप जलाना राष्ट्रीय मुद्दा है।
उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “2024 का चुनाव देश की नियति तय करने जा रहा है। यह तय करेगा कि भारत भविष्य में क्या रास्ता अपनाएगा। और मैं इसे लेकर चिंतित हूं।”
उन्होंने कहा, “मैं इसके बारे में चिंतित हूं क्योंकि धर्म को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। मैं देख रहा हूं कि लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है।
यह मुझे परेशान करता है कि हर कोई सोचता है कि देश में सब कुछ प्रधानमंत्री के कारण होता है। हमें इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि हम गलत दिशा में हैं। पूरा देश राम मंदिर और राम जन्मभूमि, दीया जलाओ पर अटका हुआ है। यह मुझे परेशान करता है।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरे लिए धर्म एक बहुत ही व्यक्तिगत चीज है। राष्ट्रीय मुद्दे शिक्षा, रोजगार, विकास, अर्थव्यवस्था, मुद्रास्फीति, स्वास्थ्य, पर्यावरण और प्रदूषण हैं। लेकिन कोई इसके बारे में नहीं बोलता है।” कांग्रेस नेता ने कहा, “इजरायल या पाकिस्तान जैसे धर्म पर आधारित राष्ट्र अमेरिका जैसे लोकतंत्र, स्वतंत्रता और मानवाधिकारों पर बने देशों से बहुत अलग हैं।”