संयुक्त राष्ट्र (UN) एजेंसियों ने गाजा के अस्पतालों की स्थिति को लेकर गुस्सा जाहिर किया है।
उन्होंने कहा कि गाजा में घायल लोगों के पास बुनियादी जरूरत की चीजें नहीं हैं और इजरायली हमलों के बीच गंभीर रूप से घायल बच्चे मर रहे हैं।
हमलों में क्षति के कारण गाजा के अधिकांश अस्पताल अब काम नहीं कर रहे हैं। अस्पतालों में ईंधन और कर्मचारियों की कमी है। जो अस्पताल अभी भी खुले हैं उन पर हड़तालों और बीमार एवं घायल मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण दबाव बढ़ रहा है।
संयुक्त राष्ट्र बाल एजेंसी के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने कहा, “मुझे इस बात पर गुस्सा है कि जो बच्चे अस्पतालों में अंग खोने के बाद ठीक हो रहे हैं, उन्हें भी मार दिया जाता है।” उन्होंने कहा कि गाजा में नासिर अस्पताल इस समय सबसे बड़ा अस्पताल है जो काम कर रहा है।
यहां पिछले 48 घंटों में दो बार गोलाबारी हुई। उन्होंने कहा कि पीड़ितों में से एक 13 वर्षीय विकलांग लड़की थी जो अपने घर पर हुए हमले में बच गई थी। उस हमले में उसके परिवार की मौत हो गई थी।
उन्होंने कहा, “तो ऐसी स्थिति में बच्चे और परिवार कहां जाएं? वे अस्पतालों में सुरक्षित नहीं हैं, वे आश्रयों में सुरक्षित नहीं हैं, और वे निश्चित रूप से तथाकथित सुरक्षित क्षेत्रों में भी सुरक्षित नहीं हैं।”
विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा कि गाजा के अस्पतालों में स्थिति “हैरान करने वाली” है। मार्गरेट हैरिस ने कहा, “बहुत बुनियादी चीजें, उनके पास नहीं हैं। मेरे एक सहकर्मी ने बताया कि लोग फर्श पर गंभीर दर्द और पीड़ा में लेटे हुए हैं, लेकिन वे दर्द से राहत नहीं मांग रहे थे। वे पानी मांग रहे थे।” उन्होंने कहा, “यह विश्वास से परे है कि दुनिया इसकी इजाजत दे रही है।”
इजरायल ने दक्षिणी गाजा पर हमले किए, उत्तरी हिस्से में एक अस्पताल पर छापेमारी की
इजरायल ने मंगलवार को दक्षिणी गाजा को निशाना बनाते हुए हमले किए, जिसमें 28 फलस्तीनियों की मौत हो गई। साथ ही इजरायल ने गाजा के उत्तरी हिस्से में एकमात्र संचालित अस्पताल पर भी छापेमारी की।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब इजरायली हमले में तीन बंधकों की मौत के बाद उस पर संघर्षविराम के लिए दबाव बढ़ रहा है। हालांकि, अमेरिका की तरफ से समर्थन बढ़ने के बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं।
हमास की ओर से सात अक्टूबर को इजरायल पर किए गए भीषण हमले के बाद से इजरायल ने जवाबी हमले शुरू किए, जिसमें अब तक करीब 20,000 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है जबकि लगभग 19 लाख लोग विस्थापित हुए हैं।
राफा में मंगलवार तड़के एक घर पर हुए हमले में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 25 लोग मारे गए, जहां ये विस्थापित लोग शरण लिए हुए थे। अन्य हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई।
इजरायल ने गाजा के दक्षिणी हिस्से राफा में फलस्तीनियों को शरण लेने के लिए कहा है जबकि वहां भी हाल के दिनों में बार-बार बमबारी की गई है।
उत्तरी गाजा में अल-अहली अस्पताल को संचालित करने वाले गिरजाघर के अनुसार, इजरायली बलों ने एक अस्पताल पर सोमवार को पूरी रात हमला होता रहा और यह मंगलवार को भी जारी रहा।
इसके अनुसार, अस्पताल की सामने की दीवार को तोड़ दिया गया और कई कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया गया। गिरजाघर के पास्टर डॉन बाइंडर ने बताया कि छापेमारी के बाद अस्पताल में केवल दो डॉक्टर और चार नर्स बचे हैं।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में 100 से अधिक घायलों का उपचार जारी है और बिजली और पानी की आपूर्ति ठप कर दी गई है।