दुर्ग जिले के भिलाई में पिछले तीन दिनों से डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है।
इसे रोकने में भिलाई नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग का अमला फेल साबित हो रहा है। यहां केस कम होने की जगह पिछले तीन दिन में केस की संख्या 36 से बढ़कर 86 पहुंच गई है।
डायरिया से एक महिला की मौत भी हो गई है। वहीं 6 लोगों को गंभीर हालत के चलते दूसरी जगह रेफर किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक भिलाई नगर निगम क्षेत्र के गौतम नगर, खुर्सीपार में डायरिया के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
19 दिसंबर मंगलवार को 20 नए मामले मिले हैं। वहीं 6 मरीजों को अलग-अलग अस्पतालो में रेफर किया गया। अब तक क्षेत्र में कुल 82 मरीज डायरिया पीड़ित मिले हैं। करमौता देवी नाम की एक महिला ने मंगलवार को दम तोड़ दिया।
नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक गौतम नगर, वार्ड-42 में कई नए मरीज मिले हैं। इसमें से बापू नगर और खुर्सीपार पीएचसी में 2-2 मरीजों को भर्ती कराया गया। वहीं लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला में 2 मरीजों को रेफर किया गया है।
इसमें से एक मरीज को जिला अस्पताल दुर्ग रेफर किया गया है। गौतम नगर में निगम ने चलित चिकित्सा सेवा को तैनात कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर दस्तक दे रही है।
महिला का चल रहा रायपुर मेकाहारा में इलाज
जानकारी के मुताबिक महिला खुर्सीपार क्षेत्र गौतम नगर की रहने वाली है। उसका नाम करमैता गौतम पति संतराम गौतम है। रविवार को उसे पेट में दर्द और दस्त के चलते दुर्ग जिला अस्पताल ले जाया गया था।
वहां से उसे रायपुर मेकाहारा रेफर किया गया। परिजनों का कहना है कि मेकाहारा में सही से इलाज न होने के चलते वो लोग मंगलवार को एंबुलेंस से भिलाई ला रहे थे। इसी दौरान उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। महिला की मौत डायरिया से ही हुई है इसकी अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि नहीं की है।
भिलाई महापौर पहुंचे मौके पर
नगर निगम, भिलाई के महापौर नीरज पाल खुद मंगलवार को क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मौजूद अधिकारियों को लीकेज पाइप की मरम्मत करने को कहा।
इस दौरान स्थानीय पार्षद विनोद सिंह, नेताप्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा मौजूद थे। निगम की टीम नालियों में ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं से ये कोई पाइपलाइन लीकेज तो नहीं है। इसके साथ खराब पाइप लाइन की मरम्मत भी की जा रही है।
टैंकर से कर रहे पानी आपूर्ति
निगम इन क्षेत्रों में टैंकर से पानी की सप्लाई कर रहा है। लोगों को बोरिंग का पानी पीने से रोका गया है। जिन गलियों में टैंकर नहीं जा पा रहा है वहां छोटे वाहनों में पानी टंकी रखकर पानी की सप्लाई की जा रही है।
साफ पानी की व्यवस्था के लिए निगम ने अलग अलग क्षेत्र के 50 से अधिक पानी के सैंपल लिए हैं। जल्द ही पानी की जांच रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद ये पता चल जाएगा कि कहां का पानी संक्रमित है और कहां का पीने योग्य है।
बासी और बाहर का खाने से करें परहेज
डायरिया के मरीजों की जांच के दौरान चिकित्सक मरीजों को सावधानी बरतने की समझाईश दे रहे हैं। वो उन्हें बता रहे हैं बासी और संक्रमित खाना खाने से बचें। साथ ही बाहर का खाना खाने से बचें। लोगों को उबला हुआ पानी पीने की सलाह दी जा रही है।
नोडल सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी भी पहुंचे
स्वास्थ्य विभाग से दुर्ग जिला के नोडल अधिकारी डॉक्टर सीबीएस बंजारे, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पीयाम सिंह के साथ तुशार वर्मा, सीपीएम हितेंद्र कोसरे, बीईईटीओ विजय कुमार सेजुले सहित उनकी टीम भी मौके पर पहुंची। उनकी टीम ने घर-घर जाकर डायरिया के मरीजों का सर्वे किया।