छत्तीसगढ़ में नई सरकार आने के बाद प्रदेश की 6वीं विधानसभा का पहला सत्र मंगलवार 19 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है जो 21 दिसंबर तक चलेगा।
सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित सभी विधायकों को प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम शपथ दिलाएंगे। इसके बाद स्पीकर का चुनाव होगा। रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव भी सदन में रखा जाएगा।
विधानसभा से जारी की गई शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यसूची के अनुसार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और केदार कश्यप प्रस्ताव सदन में रखेंगे।
वहीं डिप्टी सीएम अरुण साव, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पुन्नुलाल मोहले, डिप्टी सीएम विजय शर्मा और विधायक भावना बोहरा इस प्रस्ताव का समर्थन करेंगे।
संसद कांड के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच होगी एंट्री
छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू होगा और केवल अधिकृत पास धारक व्यक्तियों को परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
वीआईपी गेट से केवल विधायकों को ही एंट्री मिलेगी। जानकारी के मुताबिक विधायकों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ आने वाले कार्यकर्ताओं के लिए विधानसभा परिसर में स्थित सभागार में सदन की लाइव कार्यवाही देखने की व्यवस्था की गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा विधायक रमन सिंह को पहले ही सत्ता पक्ष की ओर से विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामित किया जा चुका है। विपक्षी कांग्रेस ने भी उनके नामांकन को समर्थन दिया है।
20 दिसंबर को राज्यपाल का अभिभाषण
विधानसभा सत्र के दूसरे दिन, राज्यपाल अपना अभिभाषण देने वाले हैं, जबकि अन्य सरकारी कामकाज भी निपटाए जाएंगे।
तय कार्यक्रम के मुताबिक आखिरी दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और अन्य सरकारी कामकाज पर चर्चा होगी। अधिकारियों के मुताबिक विष्णुदेव साय सरकार इस सत्र में अनुपूरक बजट ला सकती है।
कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ विधायक चरण दास महंत को विपक्ष का नेता नियुक्त किया है। पिछले महीने हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को भाजपा के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसने 90 में से 54 सीटें हासिल कीं, जिससे सबसे पुरानी पार्टी 35 सीट पर सिमट गई। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने 1 सीट पर जीत हासिल की।