प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही किसानों को उम्मीद है कि उन्हें बकाया बोनस मिलेगा।
लेकिन यह बोनस कैसे मिलेगा, यह अब तक तय नहीं हो पाया है।
जिले के 2 लाख से अधिक किसान परिवार संशय में हैं। सहकारी केंद्रीय बैंक के अधिकारियों की भी मानें तो शासन से अब तक कोई सर्कुलर जारी नहीं हुआ है।
इधर बैंक किसानों की संख्या और बोनस को लेकर सर्वे का काम पूरा कर लिया है। बकाया भुगतान राशि का आकलन किया जा चुका है।
बता दें कि जिन किसानों की मृत्यु हो गई है या जिन्होंने अपना बैंक का पुराना खाता बंद करके नया खात खुलवा लिया है। या खेत बेच दिया है। इसके अलावा रकबा और खेत दूसरे के नाम पर कर दिया है।
किसान भाई बंटवारा कर चुके हैं। खेत कई हिस्सों में बंट चुका है। ऐसे लोगों की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
65900 किसानों को जारी होना है बकाया बोनस दुर्ग जिले में 2016-17 में 65900 किसान थे, जिन्हें अभी भाजपा शासन की घोषणा के तहत 300 रुपए बोनस के हिसाब से 105 करोड़ 61 लाख रुपए दिया जाएगा।
इसी प्रकार 2017-18 में 54256 किसान थे, जिन्हें 76 करोड़ 8 लाख रुपए बोनस के मिलने हैं। अविभाजित दुर्ग जिला मतलब दुर्ग, बालोद और बेमेतरा में कुल 2016-17 में 2 लाख 32670 किसान थे।
जिन्हें 355 करोड़ 16 लाख रुपए दिया जाएगा। इसी प्रकार 2017-18 में 2 लाख 6474 किसान थे। जिन्हें 273 करोड़ 21 लाख रुपए बोनस दिया जाएगा।