इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश चारों तरफ से कट्टरपंथी ताकतों से घिरा है और ऐसे में उन्हें रक्षा बजट बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, हमें अपने आप को और मजबूत करना जरूरी हो गया है। अब सहयोगी देशों के साथ संपर्क बढ़ाना जरूरी हो गया है। बता दें कि दो महीने से ज्यादा से जारी हमास के साथ युद्ध के बीच बेंजामिन नेतन्याहू के यह बयान काफी मायने रखता है।
सात अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला करके 1200 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी। इसके बाद से इजरायल गाजा में युद्ध लड़ रहा है। वहीं लेबनान से हिजबुल्लाह भी इजरायल पर हमला कर रहा है।
नेतन्याहू ने कहा कि कई साल से इजरायल रक्षा बजट बढ़ाने का प्रयास कर रहा था लेकिन जीडीपी को देखते हुए इसे घटाना पड़ गया। हालांकि अब यह नीति आगे नहीं चलने वाली है।
रक्षा बजट कम से कम 20 फीसदी बढ़ना चाहिए। जीडीपी का एक प्रतिशत और रक्षा बजट में लगाने की जरूरत है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, युद्ध से अलग हम एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहे हैं जो कि रक्षा बजट बढ़ाने की है। बता दें कि गाजा में आम नागरिकों की मौत के बढ़ते आंकड़े की वजह से इजरायल पर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बन रहा है।
यूरोपीय यूनियन के विदेश नीत प्रमुख जेसेफ बोरेलन ने भी कहा है कि गाजा में आम नागरिकों को निशाना बनाना सही नहीं है। उन्होंने कहा, हम देख रहे हैं कि गाजा में आतंकियों और मासूमों के बीच भेद नहीं किया जा रहा है।
इसी के चलते इजरायल के ही तीन बंधक मार दिए गए। अब हमें यह सब रोकना चाहिए। मानवीय ऐंगल से युद्ध रुकना बहुत जरूरी हो गया है।
बता दें कि शुक्रवार को इजरायल ने भी स्वीकार किया था कि उसकी सेना की गलती की वजह से गाजा में बंधक बनाए गए उसके अपने नागरिक ही मारे गए।
वहीं दावा किया जा रहा है कि गाजा में अब तक 19 हजार लोगों की जान जा चुकी है। इजरायल ने कई अस्पतालों को भी यह कहकर निशाना बनाया है कि वहां हमास के आतंकियों का अड्डा है। यह भी कहा जा रहा है कि गाजा में मरने वालों में बड़ी आबादी बच्चों की है।