पूरे पाकिस्तान में लोगों को इंटरनेट सर्विस में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स भी यूज नहीं कर पा रहे हैं। पाकिस्तानी न्यूज चैनल डॉन ने इंटरनेट मॉनिटर नेटब्लॉक्स के हवाले से यह जानकारी दी है।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के वर्चुअल शक्ति प्रदर्शन के बीच यह समस्या आई। पीटीआई की वर्चुअल रैली रात 9 बजे शुरू होने वाली थी, लेकिन पूरा सोशल मीडिया ही डाउन हो गया।
नेटब्लॉक्स की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘लाइव मेट्रिक्स पूरे पाकिस्तान में एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब सहित दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर रुकावट दिखा रहा है।’
इंटरनेट यूजर्स ने रात 8 बजे के बाद लाहौर, कराची और इस्लामाबाद में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में कठिनाई की शिकायत की।
लोगों ने कहा कि इंटरनेट की स्पीड बहुत धीमी हो गई है। इंटरनेट सर्विस डाउन होने को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
दरअसल, यह खबर सामने आई है कि दाऊद को जहर दिया गया है और वह अस्पताल में भर्ती है। पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने इंटरनेट डाउन होने को दाऊद की घटना से जोड़ा है।
उन्होंने कहा कि दाऊद इब्राहिम के अस्पताल जाने और सोशल मीडिया डाउन होने के तार एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
इमरान खान की बढ़ती लोकप्रियता का डर: पीटीआई
वहीं, इमरान खान के राजनीतिक दल पीटीआई ने इंटरनेट ठप करने की हरकत को लेकर निंदा की और इसे पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता के डर का सबूत बताया है।
PTI की ओर से कहा गया, ‘इमरान खान की पीटीआई की लोकप्रियता के डर का यह सबूत है! पार्टी के ऐतिहासिक वर्चुअल जलसा से पहले नाजायज और फासीवादी शासन ने पूरे पाकिस्तान में इंटरनेट की गति धीमी कर दी और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को बाधित कर दिया! हमें ऐसी ही उम्मीद भी थी।’
इंटरनेट बैन पर पीटीए ने नहीं दिया कोई जवाब
डॉन के अनुसार, इस मामले को लेकर जब पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (PTA) से जवाब मांग गया तो उन्होंने कोई बयान देने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि इसी साल 9 मई को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान पीटीए ने खुद पुष्टि की थी कि आंतरिक मंत्रालय के निर्देश पर देश भर में मोबाइल ब्रॉडबैंड को निलंबित कर दिया गया है।
नेटब्लॉक्स ने बताया था कि पूर्व पीएम की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब तक पहुंच प्रतिबंधित कर दी गई थी।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो 2023 की पहली छमाही में इंटरनेट पर रोक लगाने के मामले में पाकिस्तान दुनिया में तीसरे स्थान पर रहा है।