कारोबारी गौतम अडानी और पश्चिम बंगाल सरकार ताजपुर में डीप सी पोर्ट प्रोजेक्ट पर साथ काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार में मंत्री शशि पांजा ने साफ कर दिया है कि अडानी समूह प्रोजेक्ट से बाहर नहीं हुआ है। दरअसल, राज्य में हाल ही में हुए शिखर सम्मेलन में अडानी नहीं पहुंचे थे, जिसके बाद इस तरह के कयास लगने लगे थे।
राजधानी कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पांजा ने कहा, ‘बंगाल और अडानी ताजपुर प्रोजेक्ट के लिए साथ काम कर रहे हैं, जिसके लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय की तरफ से भी सशर्त मंजूरी मिल गई है। गृहमंत्रालय, रक्षा मंत्रालय ने कई स्पष्टीकरण मांगे हैं।
फिलहाल, हमारी सरकार और अडानी समूह इन मुद्दों पर साथ काम कर रहे हैं। जिन लोगों को जानकारी नहीं है, वे स्वभाविक है कि बकवास करेंगे।’
कहां से उठी बात
21 और 22 नवंबर को कोलकाता में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (BGBS) का आयोजन हुआ था। यहां गौतम अडानी और उनके बेटे करण नहीं पहुंचे थे।
अब सीएम बनर्जी के शुरुआती भाषण में उन्होंने ताजपुर प्रोजेक्ट का जिक्र कर दिया और कई बड़े कारोबारी समूहों को इससे जुड़ने का न्योता दे दिया।
सीएम से मुलाकात
खबर है कि साल 2021 के बाद से अब तक अडानी और उनके बेटे दो बार सीएम बनर्जी से मुलाकात कर चुके हैं।
दिसंबर 2021 में अडानी ने टीएमसी सुप्रीमो से नाबन्ना में लंबी चर्चा की थी। इसके अलावा 2022 में उन्होंने BGBS का उद्घाटन करने के लिए न्योता दिया गया था।
TMC सांसद पर कार्रवाई
तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रुपयों के बदले में संसद में सवाल पूछने के आरोप लगाए थे। उनके आरोप थे कि मोइत्रा ने कारोबारी अडानी पर सवाल पूछने के लिए रिश्वत ली थी।
इस संबंध में कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने भी हलफनामा दिया था कि मोइत्रा ने अडानी को निशाना बनाया था।