बंधकों की रिहाई में देरी के पीछे कौन? मोसाद प्रमुख का है अहम रोल, क्या प्लानिंग कर रहा इजरायल…

इजरायल और हमास के बीच बीच संघर्ष विराम हो और इजरायल के बंधकों की रिहाई हो, इसके लिए कई दिनों से मंथन हो रहा है।

हालांकि, ऐसा लग रहा है कि दोनों के बीच संघर्ष विराम होने और बंधकों के स्वदेश लौटने में थोड़ी देरी हो सकती है।

इस मसले पर दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी शर्तें रखी हैं, जिस पर चर्चा करने के लिए इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के निदेशक डेविड बार्निया कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मिलने के लिए दोहा पहुंचे हैं। 

क्यों हो रही है संघर्ष विराम में देरी
रिपोर्ट्स की मानें तो इजरायल की ओर से इस सौदे को शुक्रवार तक के लिए टाल दिया गया है। इजरायल चाहता है कि इस समझौते को अमली जामा पहनाने से पहले मंथन किया जाए।

जमीन पर समझौते को कैसे लागू किया जाएगा और  संघर्ष विराम कब शुरू होगा जैसे मुद्दों पर को अंतिम रूप देने से पहले इजरायल इस पर विचार विमर्श करना चाहता है। परिणामस्वरूप युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई में शुक्रवार तक की देरी हो सकती है।

किया जा रहा बंधकों छुड़ाने का प्रयास
रिपोर्ट्स की मानें तो 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद 240 बंधकों को हमास ने पकड़ लिया था, जिनमें से कुछ अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। हालांकि, हमास ने चार लोगों को पहले रिहा कर दिया था।

अभी भी हमास के पास लगभग 200 बंधक हैं। बंधकों को सकुशल बचाने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं, इजरायल की रक्षा परिषद के प्रमुख तजाची हानेगवी ने बुधवार को कहा कि बंधकों को जल्द छुड़ाने का प्रयास किया जाएगा। प्रारंभिक बातचीत और समझौता इस प्रयास पर आधारित होगा लेकिन फिलहाल यह प्रक्रिया शुक्रवार को अंजाम तक पहुंचेगी।

बता दें कतर ने इजरायल और हमास के बीच मध्यस्थता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उसने गुरुवार सुबह कहा कि समझौते के प्रभावी होने के वक्त के बारे में घोषणा ”कुछ घंटों में की जाएगी”। इसे पहले बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे प्रभावी होना था। अमेरिका और मिस्र ने भी समझौते तक पहुंचने के लिए हुई बातचीत में मदद की है। युद्धविराम के लिए समझौते से युद्ध थमने की उम्मीदें पैदा हुई हैं। युद्ध से इजरायल और गाजा दोनों में भारी तबाही हुई है और बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। इस युद्ध से पूरे पश्चिम एशिया में तनाव फैलने की आशंका है।

संघर्ष विराम के बाद फिर से शुरू होगा युद्ध?
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध पर अपने विशेष मंत्रिमंडल के दो मंत्रियों के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध विराम की समयसीमा समाप्त होने के बाद युद्ध फिर प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि इजरायल का लक्ष्य हमास के सभी सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट करना और गाजा में बंधक बनाए गए उसके सभी 240 लोगों को रिहा कराना है। नेतन्याहू ने कहा, ”मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि युद्ध जारी है। सभी लक्ष्य हासिल होने तक हमारे प्रयास जारी रहेंगे।”
     
नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को फोन करके यही जानकारी दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने देश की खुफिया एजेंसी ‘मोसाद’ को हमास के निर्वासित नेतृत्व का सफाया करने का निर्देश दिया है ”फिर वे चाहे कहीं भी हों।” अमेरिका ने युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायल को भारी सैन्य तथा कूटनीतिक मदद मुहैया कराई है। युद्धविराम के प्रभावी होने के साथ ही दोनों पक्ष जहां हैं वहीं थम जाएंगे। इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा के अधिकतर हिस्से पर कब्जा कर लिया है और उनका कहना है कि उन्होंने सुरंगों और हमास के अधिकांश बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है। इजरायली सेना ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल शिफा के नीचे हमास का सैन्य केंद्र होने के अपने दावे को साबित करने के लिए विदेशी पत्रकारों के एक समूह को एक भूमिगत ठिकाने की तरह प्रतीत होने वाले बंकर दिखाए।

इजरायली अधिकारियों का मानना है कि हमास के अधिकतर बुनियादी ढांचे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है, इसके साथ ही उन्होंने दक्षिणी गाजा में व्यापक अभियान चलाने की धमकी दी है। यही वह स्थान है जहां उत्तरी गाजा से लोगों ने भाग कर शरण ली हुई है और हजारों लोग संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित आश्रयस्थलों में रह रहे हैं। इस स्थानों में भोजन, पानी और बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। हमास के लिए युद्ध विराम खुद को फिर से संगठित करने का मौका है, जिसे सात सप्ताह से जारी युद्ध में भारी नुकसान हुआ है। माना जा रहा है कि हमास का नेता येहया सिनवार जीवित है और गाजा में छिपा है। युद्ध समाप्त होने की सूरत में वह फलस्तीनी कैदियों की रिहाई को एक बड़ी उपलब्धि के रूप पेश कर सकता है।
     
इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते के अनुसार हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में से 50 को कई चरणों में रिहा किया जाएगा और इनके बदले में इजरायल की जेलों में बंद फलस्तीन के 150 लोगों को रिहा किया जाएगा। कतर ने कहा कि युद्ध विराम से गाजा में भारी मात्रा में मानवीय सहायता पहुंच पाएगी,जिसमें ईंधन भी शामिल है। नेतन्याहू ने कहा कि समझौते में रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति को बंधकों से मुलाकात करने का प्रावधान शामिल है।

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