प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जब-जब व्यक्तिगत हमला हुआ है तब-तब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे भुनाने की कोशिश की है।
इसमें भगवा पार्टी को सफलता भी मिली है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फिर एकबार पीएम मोदी को ‘पनौती’ शब्द से संबोधित किया है।
इसके बाद पूरी कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ बिना रोक-टोक हमला शुरू कर दिया है। यह कोई पहला मौका नहीं था।
इससे पहले नरेंद्र मोदी के लिए मौत का सौदागर, नीच आदमी, चाय वाला, चौकीदार चौर है जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जा चुका है। हालांकि, कांग्रेस पर इसका उल्टा असर पड़ा है। कुछ बयान के लिए तो राहुल गांधी को कोर्ट के चक्कर भी लगाने पड़े हैं।
हालांकि, भाजपा भी इससे पीछे नहीं रही है। राहुल गांधी के लिए ‘पप्पू’ शब्द का इस्तेमाल करती रही है। साथ ही गांधी परिवार पर भी निशाना साधती रही है, लेकिन इसका बीजेपी को अभी तक फायदा ही हुआ है।
इसबार राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला करने का मोर्चा खुद संभाला है। उन्होंने राजस्थान में एक रैली के दौरान उन्होंने भीड़ से पूछा कि अगर कोई क्रिकेट मैच देखता है और टीम हार जाती है तो उसे क्या कहा जाता है।
भीड़ ने पनौती के नारे लगाए और राहुल गांधी मुस्कुराए। लेकिन बात यहीं नहीं रुकी। इसके तुरंत बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा बयान जारी किए गए, जिसमें प्रधानमंत्री के लिए पनौती शब्द की गूंज सुनाई दी।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट एक्स पर लिखा, “राहुलजी ने वही कहा है जो कई लोग दो दिन से सोच रहे थे।
विश्व कप फाइनल 140 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व का क्षण था और हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर का इंतजार कर रहे थे, लेकिन वे अपने राजनीतिक लाभ के लिए इसे हथियाने के लिए बेताब थे।” अपनी पोस्ट में उन्होंने #panautimodi’ का भी इस्तेमाल किया।
आपको बता दें कि राहुल गांधी के ‘पनौती’ तंज से कुछ दिन पहले ही पीएम ने उन्हें ‘मूर्खों का सरदार’ कहा था।
क्रोधित होकर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और पवन खेड़ा ने बीजेपी पर हमला बोला। हालांकि, कांग्रेस पार्टी के कुछ ऐसे भी नेता हैं जिन्हें इस बात का डर है कि पनौती कहना पार्टी के लिए भारी न पड़ जाए।
वहीं, कुछ नेता इस सही मानते हैं। कांग्रेस का आकलन है कि क्रिकेट के दीवाने देश में जहां लोग प्रार्थना करते हैं, हवन करते हैं, क्रिकेटर लकी चार्म और गेंदों का इस्तेमाल करते हैं। वहां ‘पनौती’ शब्द क्लिक कर सकता है।
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस तरह ‘पप्पू’ शब्द वर्षों से राहुल गांधी के साथ जुड़ा हुआ है, उसी तरह ग्रैंड ओल्ड पार्टी को उम्मीद है कि ‘पनौती’ भी पीएम के साथ जुड़ा रहेगा।
अब बहुत कुछ नतीजों पर निर्भर करता है। कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की स्थिति में बाजी पलट सकती है या इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा, यह समय ही तय करेगा।