अमेरिका में भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक बैन करने की मांग हो रही है। इस मांग के पूछे की वजह मारे गए अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का ‘अमेरिकियों को लिखा खत’ है।
दरअसल आतंकी ओसामा बिन लादेन ने मरने से पहले ‘अमेरिकियों को खत’ लिखा था। अब इस खत की तारीफ करने वाले वीडियो बनाए जा रहे हैं और टिकटॉक पर शेयर किए जा रहे हैं।
इस तरह के वीडियो सामने आने के एक दिन बाद, टिकटॉक ने उन्हें हटाना भी शुरू कर दिया और अपनी सर्च से हैशटैग ‘लेटरटूअमेरिका’ (#lettertoamerica) भी डिसैबल कर दिया है।
चीनी वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म ने बड़े पैमाने पर लोगों के गुस्से का सामना करने और अमेरिका में इसे बैन करने की मांग के बाद कार्रवाई की है।
एक ही दिन में हजारों टिकटॉक यूजर्स द्वारा अपनी क्लिप बनाने और साझा करने के साथ, ओसामा पत्र के वीडियो सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल हो गए। ओसामा बिन लादेन के विचारों का समर्थन करने वाले वीडियो वायरल होने के बाद अमेरिकियों में भारी आक्रोश है। संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत और दक्षिण कैरोलिना की गवर्नर निकी हेली ने टिकटॉक पर बैन लगाने की मांग करते हुए कहा, “चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को अमेरिकियों को प्रभावित करने की क्षमता देना बंद करें।”
अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल निक्की हेली ने हैशटैग #BanTikTok का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया, “हजारों टिकटॉक यूजर्स ओसामा बिन लादेन का पक्ष ले रहे हैं, जिसने 3,000 अमेरिकियों की हत्या की थी। यह इस बात का प्रमुख उदाहरण है कि कैसे हमारे विदेशी दुश्मन अपने बुरे एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर जहर घोलते हैं।”
ओसामा बिन लादेन का पत्र 2002 में 9/11 के आतंकवादी हमलों के बाद प्रकाशित हुआ था और इसमें अल-कायदा प्रमुख ने अपने आतंकवादी कृत्य को उचित ठहराने की कोशिश की थी जिसमें 3,000 अमेरिकी लोग मारे गए थे। यह खत पहली बार 21 साल पहले प्रकाशित हुआ था।
लेकिन कुछ लोगों ने इसे फिर से ढूंढ़ निकाला और टिक-टॉकर्स इस पर ओसामा बिन लादेन की तारीफ करते हुए वीडियो बना रहे हैं। लोग खूंखार आतंकवादी से सहमत दिख रहे हैं। गौरतलब है कि मई 2011 में अमेरिकी सील्स के एक ऑपरेशन में पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा मारा गया था।
सीनेटर मार्शा ब्लैकबर्न ने भी चीनी वीडियो-शेयरिंग ऐप पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। मार्शा ब्लैकबर्न ने एक्स पर पोस्ट किया, “अमेरिका के युवाओं को उनके विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों और चीनी स्वामित्व वाले टिकटॉक द्वारा हर दिन अमेरिकी विरोधी और इजरायल विरोधी प्रचार से प्रेरित किया जा रहा है। टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाएं।”
हैशटैग बैनटिकटॉक एक्स पर ट्रेंड करने लगा। बता दें कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए जून 2020 में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया था।