भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को आर अशोक को कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया।
यह फैसला आज बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद आया है। भाजपा के वरिष्ठ विधायक आर. अशोक कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
वह पद्मनाभनगर विधानसभा क्षेत्र (परिसीमन से पहले उत्तरहल्ली विधानसभा क्षेत्र) से सात बार विधायक हैं। बता दें कि सुनील कुमार, अश्वथ नारायण और अरागा ज्ञानेंद्र इस पद के लिए अन्य दावेदार थे। बता दें कि भाजपा राज्य में मुख्य विपक्षी दल है। हालांकि जुलाई में हुए पिछले विधानसभा सत्र में कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं था।
लंबे इंतजार से बाद भाजपा ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब चार दिसंबर से बेलागावी में राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है।
गौरतलब है कि इस साल मई में हुए 224 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत के साथ भाजपा को सत्ता से हटा दिया था। कांग्रेस को 135, भाजपा को 66 और जनता दल (सेक्युलर) को 19 सीटों पर जीत मिली थी।
इससे पहले भाजपा की केंद्रीय पर्यवेक्षक केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुनने के सिलसिले में विधायक दल की बैठक के लिए बेंगलुरु पहुंचे थे।
पार्टी के दिग्गज नेता बी.एस. येदियुरप्पा के बेटे और नवनियुक्त प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य सीतारमण और कुमार का हवाई अड्डे पर स्वागत किया।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने पिछले सप्ताह विजयेंद्र को कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति किया था।