TMC सांसद महुआ मोइत्रा के मामले में एक ओर जहां लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने निष्कासित किए जाने की सिफारिश कर दी है।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी सांसद रमेश बिधूड़ी के मामले में अब तक विशेषाधिकार समिति की दूसरी बैठक भी नहीं हो सकी है।
सितंबर में विशेष सत्र के दौरान बिधूड़ी पर बहुजन समाज पार्टी सांसद दानिश अली पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप लगे थे।
इससे पहले विशेषाधिकार समिति ने 10 अक्टूबर को बैठक की थी। उस दौरान बिधूड़ी को 11 अक्टूबर को होने वाली पेशी से राहत मिल गई थी, क्योंकि वह राजस्थान विधानसभा चुनाव के काम में व्यस्त थे।
उनका कहना था कि वह इसके बाद समिति के सामने पेश हो जाएंगे। हालांकि, इस बात को करी 34 दिनों का समय बीत चुका है, लेकिन अब तक समिति दोबारा बैठक नहीं कर सकी है।
क्या हो सकती है वजह
माना जा रहा है कि बैठक नहीं होने पाने की वजहों में लगातार आ रहे त्योहार भी शामिल हैं। इनमें दशहरा, दिवाली और छठ भी शामिल हैं।
जिनके चलते समिति के सदस्य उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि समिति अगली बैठक पर छठ के बाद फैसला लेगी।
दोनों को किया जा सकता है तलब
रिपोर्ट के मुताबिक, अगली बैठक की तारीख तय करने के दौरान ही अली को तलब किए जाने की तारीख पर भी विचार किया जाएगा। साथ ही समिति बिधूड़ी को भी बुलाने की तैयारी कर रही है।
आमतौर पर समिति एक महीने में एक या दो बार बैठक करती है। खास बात है कि इस मामले में भाजपा की ओर से भी बसपा सांसद के खिलाफ अपील की गई है।
रिश्वत लेकर सवाल पूछने के आरोप
रिश्वत लेकर सवाल पूछने के आरोपों से घिरीं ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस सांसद मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमेटी ने जांच पूरी कर ली है।
मामले में मोइत्रा को निष्कासित किए जाने की सिफारिश की गई है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाए थे कि टीएमसी सांसद ने संसद में रुपये लेकर सवाल पूछे हैं।