कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अपने नेताओं में फिर जोश भरने के लिए बीजेपी इस महीने के अंत तक बेंगलुरु में एक बड़ी रैली कर सकती है।
स्टेट चीफ के रूप में बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र को कमान देने के बाद पार्टी प्रदेश में अपने गियर बदलने की तैयारी कर रही है।
पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस रैली में नेताओं में उत्साह भरने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा या गृह मंत्री अमित शाह रैली का हिस्सा बन सकते हैं। बीजेपी के लिए यह रैली 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भी काफी अहम है।
बीजेपी ने बेंगलुरु में इस भव्य रैली की योजना इस सप्ताह के लिए बनाई थी लेकिन, तैयारियों के लिए समय की कमी और पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय नेताओं की व्यस्तता के कारण इसे स्थगित करना पड़ा।
पार्टी ने हालांकि अभी भी रैली की तारीख का ऐलान नहीं किया है लेकिन, ऐसी संभावना है कि इसी महीने के अंत तक बेंगलुरु में रैली हो सकती है।
यदि यह रैली योजना के अनुसार रहती है तो इसमें राष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति हो सकती है और यह छह महीने पहले कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी का पहला मेगा इवेंट हो सकता है।
रैली के जरिए कांग्रेस पर निशाना
संभावना है कि बीजेपी नेता इस आयोजन में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर हमला करने और आगामी छह महीने में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान को शुरू करने के लिए कर सकती है।
खुद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र इस अवसर पर सूखे के कारण किसानों की परेशानी को उजागर करने और सरकार के राहत प्रयासों का मुद्दा उठा सकते हैं। प्रदेश की कमान संभालने के बाद विजयेंद्र कह चुके हैं कि उनका लक्ष्य लोकसभा चुनाव है।
लोकसभा चुनाव की तैयारी
बीजेपी को 2024 लोकसभा चुनाव में लिंगायत और वोक्कालिगा मतदाताओं का समर्थन दोबारा मिलने की उम्मीद है। माना जाता है कि दोनों समुदायों ने 10 मई के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का समर्थन किया था।
क्योंकि वे बीजेपी के स्टेट शासन से नाराज थे। पिछले चुनावों पर नजर डालें तो 2019 के लोकसभा चुनावों में, बीजेपी ने प्रदेश की 25 लोकसभा सीटें जीतीं थी और कांग्रेस और जेडीएस को मुंह की खानी पड़ी थी। विपक्ष को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था। बीजेपी प्रदेश में एक बार फिर कमबैक करना चाह रही है।