इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दो टूक कहा है कि जब तक बंधकों की रिहाई और वापसी नहीं हो जाती, तब तक वह सीजफायर किसी भी हाल में नहीं हो सकता है।
नेतन्याहू की यह टिप्पणी तब आई है, जब इजरायल के लड़ाकू विमानों ने गाजा पट्टी में दो शरणार्थी शिविरों पर हमला बोला है और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक का औचक दौरा किया है।
रॉयटर्स ने रेमन वायु सेना अड्डे पर अधिकारियों से बात करते हुए नेतन्याहू को कोट करते हुए लिखा है कि उन्होंने कहा, “बंधकों की वापसी के बिना कोई युद्धविराम नहीं होगा।
इसे शब्दकोष से पूरी तरह हटा देना चाहिए। यह बात हम अपने मित्रों से भी कहते हैं और शत्रुओं से भी। हम हमले तब तक जारी रखेंगे जब तक हम उन्हें हरा नहीं देते। हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।”
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने यह बयान तब दिया है, जब एक दिन पहले ही अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने इजरायल सेअनुरोध किया था कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों की मदद और राहत सामग्री पहुंचाने और प्रवेश की अनुमति देने के लिए इज़रायल हमलों को अस्थायी रूप से रोक दे।
हालाँकि, इस मुद्दे पर अमेरिका को इज़रायल के विरोध का सामना करना पड़ा है। शनिवार को अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपने इजरायली समकक्ष से मुलाकात की थी, जिसमें ये अनुरोध किया था।
इस बैठक के तुरंत बाद नेतन्याहू ने टेलीविजन पर अपनी टिप्पणी में जोर देकर कहा, “मैंने स्पष्ट कर दिया है कि हम पूरी ताकत से हमले जारी रखेंगे।
इजराइल किसी भी अस्थायी युद्धविराम से इनकार करता है, जिसमें हमारे बंधकों की रिहाई शामिल नहीं है।” इसके साथ ही नेतन्याहू ने अपने शत्रुओं को अल्टीमेटम भी दिया है कि वो जल्द से जल्द बंधकों को रिहा कर दें।
बता दें कि पिछले महीने 7 अक्टूबर को हमास आतंकवादियों ने इजरायल पर अचानक हमला बोल दिया था, जिसमें 1400 लोगों की जान चली गई थी।
हमास आतंकी 240 लोगों को बंधक बनाकर अपने साथ लेते चले गए थे। इसके बाद इजरायल ने अपना आक्रामक अभियान शुरू किया था।
इससे वर्षों में इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष में सबसे खूनी वृद्धि हुई। कथित तौर पर इजरायल के जवाबी हमलों और जमीनी हमले में गाजा पट्टी में लगभग 10,000 लोग मारे गए हैं।