उन्होंने कहा, हमास आतंकियों द्वारा किए गए जोरदार हमले से न केवल इजरायल के खुफिया तंत्र की पोल खुली बल्कि इजरायली सेना की शक्ति का आभामंडल भी हिल गया।
इसलिए, वो गाजा पर ताबड़तोड़ हमले कर ना सिर्फ हमास को खत्म करना चाहते हैं बल्कि विरोधियों को सख्त जवाब और संदेश भी देना चाहते हैं।
हमास के हमले में 1,400 लोग मारे गए थे और हमास आतंकियों ने करीब 240 इजरायलियों को बंधक बना लिया।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अमेरिकी अधिकारियों ने गाजा में हमास को निशाना बनाते समय नागरिक हताहतों की संख्या कम करने के लिए इजरायल को कई उपाय सुझाए हैं।
अधिकारियों ने कथित तौर पर इजरायल से कहा कि उनकी इजरायली सुरक्षा बल (IDF) गाजा में नागरिक हताहतों की संख्या को कम कर सकती है, अगर वे हमास नेताओं को निशाना बनाने के तरीके में सुधार करें।
IDF से कहा गया है कि हमले शुरू करने से पहले हमास कमांड और नियंत्रण नेटवर्क पर अधिक जानकारी इकट्ठा की जाए, सुरंग नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए छोटे बमों का इस्तेमाल किया जाए और सिविल सेंटर और आतंकी ठिकानों में भेद करने के लिए IDF की जमीनी सेना को नियोजित किया जाए।
रिपोर्ट के अनुसार, नागरिक हताहतों की संख्या को कम करने के उद्देश्य से, संयुक्त राज्य अमेरिका अब इजरायल को और अधिक छोटे बम भेजेगा।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार को कहा कि गाजा में मानवीय ठहराव पर प्रगति हुई है। जब उनसे पूछा गया कि क्या इजरायली हमले में विराम की संभावना पर कोई प्रगति हुई है तो उन्होंने “हां” कहा और थम्स अप दिखाया।
बता दें कि अरब देशों के नेताओं ने शनिवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से इजरायल को तत्काल युद्धविराम के लिए मनाने का आग्रह किया था लेकिन ब्लिंकन ने इसे खारिज करते हुए कहा था कि अभी इस तरह की रोक फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास को फिर से संगठित होने और इजरायल पर फिर से हमला करने का मौका देगा।
7 अक्टूबर को शुरू की गई इजरायली सैन्य कार्रवाई में गाजा में अब तक 10 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। गाजा पट्टी पर इजरायल की हमला लगातार जारी है।