वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की हत्या के बाद मणिपुर में सुरक्षाबल ऐक्शन में आ गए हैं।
खबर है कि असम राइफल्स के सैकड़ों जवानों को एयरलिफ्ट कर मोरेह लाया गया गया है। यहां सुरक्षाबल उग्रवादियों को ढेर कर रहे हैं।
खासतौर से म्यांमार से आए घुसपैठियों को भी निशाना बनाया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि ये अधिकारी की हत्या में शामिल हो सकते हैं।
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया, ‘आतंकवादियों के खिलाफ ऐक्शन में अतिरिक्त कर्मियों को एयरलिफ्ट किया गया था, कुछ को सड़क मार्ग से भी मोरेह भेजा गया था।
वे उग्रवादियों की पहचान करेंगे, जो शहर में छिपे हैं या इंडो-म्यांमार सीमा के जरिए सीमा पार कर गए हैं।’ उन्होंने बताया कि असम राइफल्स अन्य एजेंसियों के साथ भी काम कर रही है।
खास बात है कि मणिपुर में और खासतौर से मोरेह में कई सुरक्षाबल तैनात हैं। अब यहां असम राइफ्ल का पहुंचना काफी अहम माना जा रहा है।
दरअसल, इस बल के पास भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा का भी जिम्मा है। असम राइफल्स ने खुफिया अधिकारियों को कुकी बहुल तेंगनोपाल जिले में काम पर लगा रखा है।
इधर, सुरक्षाबलों ने म्यांमार से आए उग्रवादियों के ठिकानों का पता करने के लिए भी अभियान चलाया है। मंगलवार को ही सुरक्षाबलों ने म्यांमार के कम से कम 32 नागरिकों को मोरेह में हिरासत में लिया था।
इनमें से 10 को फॉरेनर्स डिटेन्शन सेंटर में भेजा गया था। मंगलवार को SDPO चिंगथाम आनंद कुमार और तीन कॉन्स्टेबल्स की हत्या कर दी गई थी। राजधानी इंफाल से करीब 110 किमी दूर हुई इस घटना में टीम के कई सदस्य घायल भी हो गए थे।