इजरायल ने गाजा पट्टी में जमीनी हमला शुरू कर दिया है। गाजा पट्टी के कई इलाके पूरी तरह तबाह हो गए हैं।
इजरायली सेना के ताबड़तोड़ हमले जारी है। हमास के आतंकियों ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला करके 1400 लोगों की जान ले ली थी।
वहीं 220 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था। बंधकों को छुड़वाने के बहाने इजरायल गाजा पट्टी पर बड़ा हमला कर रहा है।
वहीं दूसरी तरफ हमास के हमले के बाद ही इजरायल ने गिरफ्तारी का ‘गुप्त अभियान’ चला दिया था जिसकी जानकारी गाजा के राइट्स ग्रुप को अब मिली है।
इजरायल में काम करने वाले गाजा और वेस्ट बैंक के वर्कर गायब हैं। इजरायल की सेना ने गाजा के इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।
अब जागे गाजा के संगठन
गाजा के राइट्स ग्रुप और ट्रेड यूनियन्स का कहा है कि वेस्ट बैंक इजरायल में गैरकानूनी तरीके से लोगों को गिरफ्तार कियाा गया है। उन्हें इजरायल में काम करने का परमिट दिया गया था।
हालांकि अब उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इजरायली सेना ने उनके नाम तक बताने से इनकार कर दिया है। बता दें कि जब हमास ने इजरायल पर हमला किया तो उस वक्त गाजा के लगभग 18500 लोग इजरायल में काम कर रहे थे।
यह नहीं पता चल पाया है कि आखिर इजरायल ने कितने लोगों को गिरफ्तार किया है। इजारयली सेना ने इन लोगों को अज्ञात जगह पर रखा है।
बता दें कि इजरायल के हमले में गाजा में 7 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं। गाजा के संगठनों का कहना है कि इजरायली सेना के कब्जे में गाजा के सैकड़ों लोग हैं।
यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक बहुत सारे फिलिस्तीनियों को डिटेंशन सेंटर में रखा गया है जहां उनकी पिटाई भी होती है।
कहां गायब हो गए फिलिस्तीनी?
गाजा के एक संगठन की डायरेक्टर ने कहा, हमारे पास सैकड़ों फोन आ रहे हैं। इजरायल में काम करने वाले लोगों के परिवार के लोग शिकायत कर रहे हैं कि वे गायब हो गए हैं।
कम से कम 400 परिवारों ने बताया है कि उनके अपने वापस नहीं लौटे हैं और ना ही उनसे संपर्क हो पा रहा है। बता दें कि गाजा में फ्यूल की कमी की वजह से वैसे भी इंटरनेट और फोन सेवा लगभग ठप हो गई है।
गाजा के कई संगठनों ने हाई कोर्ट में अपील करके कहा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम की जानकारी और उनको रखने की जगह केबारे में बताया जाना चाहिए।