इजरायल-हमास युद्ध से महाशक्तियां भी घबराईं? क्यों चीन के साथ काम करने तैयार हुआ US…

इजरायल और हमास के युद्ध के बीच महाशक्तियां भी चिंतित नजर आ रही हैं।

खबर है कि अमेरिका और चीन भी मध्य पूर्व में जारी संघर्ष को फैलने से रोकने के लिए साथ काम करने तैयार हो गए हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इसके संकेत दिए हैं।

कहा जा रहा है कि चीनी राजनयिक वांग यी इस सप्ताह में अमेरिका की यात्रा करने जा रहे हैं।

ब्लिंकन ने संयुक्त राष्ट्र को बताया है कि वह यी के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा, ‘इस परिषद के सदस्यों और खासतौर से स्थायी सदस्यों के पास इस संघर्ष को रोकने की विशेष जिम्मेदारी है।’

उन्होंने कहा, ‘मैं पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के अपने समकक्ष के साथ काम जारी रखने को लेकर उत्साहित हूं।’ यी गुरुवार को अमेरिका क राजधानी वॉशिंगटन पहुंचेंगे।

अमेरिका की यात्रा के दौरान यी ब्लिंकन के साथ-साथ राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से भी मिलेंगे।

खबर है कि अमेरिका के अधिकारियों ने भी ईरान समेत मध्य पूर्व के कई देशों पर चीन के प्रभाव का इस्तेमाल करने के लिए बीजिंग की यात्रा की थी, ताकि जारी संघर्ष की आग को आगे फैलने से रोका जा सके।

कहा जा रहा है कि गाजा पर इजरायल की कार्रवाई ने कई मुस्लिम बहुल देशों में नाराजगी पैदा कर दी है। ऐसे में अमेरिका को चिंता है कि संघर्ष बड़ा रूप न ले ले। इधर, चीन भी लगातार सीजफायर की अपील कर रहा है।

क्या बोला UN
पीटीआई भाषा के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस ने मंगलवार को कहा कि सशस्त्र संघर्ष में कोई भी पक्ष अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून से ऊपर नहीं है।

उन्होंने गाजा पट्टी पर ‘लगातार बमबारी’ पर गहरी चिंता व्यक्त की और दोनों पक्षों से हिंसा के और बढ़ने से पहले पीछे हटने की अपील की।

पश्चिम एशिया पर सुरक्षा परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक में गुतारेस ने कहा, ‘पश्चिम एशिया में स्थिति समय के साथ और भी गंभीर होती जा रही है। गाजा में युद्ध गंभीर रूप ले रहा है और इसके पूरे क्षेत्र में फैलने का खतरा है।’

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