फ्रांस की सेना की खुफिया रिपोर्ट के आकलन से संकेत मिलता है कि गाजा शहर के अल-अहली अस्पताल में भीषण विस्फोट का सबसे संभावित कारण एक फिलिस्तीनी रॉकेट था, जो लगभग पांच किलोग्राम का विस्फोटक ले जा रहा था और संभवतः नाकाम हो गया था।
फ्रांस की सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह खुलासा किया। खुफिया अधिकारी ने कहा कि फिलिस्तीनी समूह हमास के शस्त्रागार में मौजूद कई रॉकेटों में लगभग इतने ही वजन के विस्फोटक होते हैं, जिनमें एक ईरान निर्मित रॉकेट और दूसरा फिलिस्तीन निर्मित रॉकेट शामिल है।
अधिकारी ने कहा कि उनकी किसी भी खुफिया जानकारी ने इस घटना में इजरायली हमले की ओर इशारा नहीं किया।
अधिकारी ने कहा कि यह विश्लेषण गोपनीय जानकारी, उपग्रह तस्वीरों, अन्य देशों द्वारा साझा की गई खुफिया सूचना तथा ओपन-सोर्स जानकारी पर आधारित है।
अस्पताल के परिसर में विस्फोट से गड्ढा बन गया, जिसका आकार फ्रांसीसी सैन्य खुफिया द्वारा लगभग एक मीटर लंबा, 75 सेंटीमीटर चौड़ा और लगभग 30 से 40 सेंटीमीटर गहरा होने का अनुमान लगाया गया।
अधिकारी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि करीब पांच किलोग्राम के विस्फोटक से गड्ढा बना है।
अधिकारी ने कहा कि गड्ढा थोड़ा दक्षिण से उत्तर की ओर बना है, जिससे पता चलता है कि विस्फोटक दक्षिण से उत्तर की तरफ तिरछे कोण पर टकराया।
हमास शासित गाजा के अधिकारियों ने मंगलवार को अस्पताल में हुए विस्फोट के लिए इजरायली हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया।
इजरायल ने अस्पताल पर विस्फोट में शामिल होने से इनकार किया और संबंधित वीडियो, ऑडियो और अन्य सबूत जारी किए, जिसमें कहा गया कि विस्फोट एक अन्य फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह इस्लामिक जिहाद द्वारा छोड़े गए रॉकेट के कारण हुआ था। हालांकि, इस्लामिक जिहाद ने घटना में संलिप्तता से इनकार किया।
घटना में मारे गए लोगों की संख्या पर भी विवाद है। विस्फोट के एक घंटे के भीतर, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 500 लोग मारे गए।
इसके बाद उसने बुधवार को मृतकों का ब्योरा दिए बिना इसे संशोधित कर 471 कर दिया। इजरायली सेना ने संवाददाताओं से कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई है।
फ्रांस के सैन्य खुफिया अधिकारी ने कहा, ”भरोसे के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन हमें नहीं लगता कि इतने आकार का रॉकेट 471 लोगों की जान ले सकता है। यह संभव नहीं है।”
अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि अस्पताल पर विस्फोट की घटना में लगभग 100 से 300 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की आशंका है।
गाजा में भी मृतकों के बारे में विरोधाभासी अनुमान जताए गए। अल-अहली अस्पताल के अधिकारियों ने कोई पुख्ता संख्या बताए बिना केवल इतना कहा कि मरने वालों की संख्या सैकड़ों में थी।
गाजा के सबसे बड़े अस्पताल, शिफा के महानिदेशक मोहम्मद अबू सेल्मिया ने कहा कि अस्पताल केंद्र में आए हताहतों की संख्या के आधार पर उन्हें लगता है कि मृतकों की संख्या 250 के करीब थी।
वहीं, दो चश्मदीदों ने कहा कि मरने वालों की संख्या सैकड़ों में नहीं, बल्कि दर्जनों में थी। गाजा के अधिकारियों ने यह भी कहा कि विस्फोट के कारण शव के टुकड़े हर जगह बिखरे हुए हैं, जिससे मृतकों की संख्या पता लगाने का काम जटिल हो गया है।