एक बार फिर भूकंप से धरती डोली है। जिसके झटके दिल्ली, एनसीआर और बिहार तक महसूस किए गए। इसका केंद्र नेपाल की राजधानी काठमांडू बताया जा रहा है।
भूकंप रविवार को सुबह-सुबह महसूस किया गया। इसकी तीव्रता 6.1 तीव्रता रही। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र ने कहा कि भूकंप का केंद्र धाडिंग जिले में था और यह सुबह करीब 7:39 बजे दर्ज किया गया।
नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि रविवार सुबह नेपाल में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसमें कहा गया है कि भूकंप का केंद्र धाडिंग में था, जो राजधानी काठमांडू से लगभग 55 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है।
यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप 13 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप के कारण किसी की मौत या क्षति की कोई रिपोर्ट नहीं है। झटका बागमती और गंडकी प्रांत के अन्य जिलों में भी महसूस किया गया।
भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर में भी महसूस किए गए। हालांकि भूकंप की तीव्रता कम थी तो जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। बिहार के कई जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस हुए।
बगहा, सीवान और गोपालगंज में भूकंप महसूस हुआ। हालांकि राजधानी पटना में इसका खास असर नहीं देखने को मिला।
गौरतलब है कि नेपाल में भूकंप आना आम बात है। यह उन पर्वत श्रृंखला पर स्थित है जहां तिब्बती और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटें मिलती हैं और हर शताब्दी में एक-दूसरे के करीब दो मीटर आगे बढ़ती हैं, जिसके परिणामस्वरूप दबाव बनता है जो भूकंप के झटके महसूस होते हैं।
गौरतलब है कि नेपाल में भूकंप आना आम बात है। यह उन पर्वत श्रृंखला पर स्थित है जहां तिब्बती और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटें मिलती हैं और हर शताब्दी में एक-दूसरे के करीब दो मीटर आगे बढ़ती हैं, जिसके परिणामस्वरूप दबाव बनता है जो भूकंप के झटके महसूस होते हैं। 16 अक्टूबर को नेपाल के सुदुरपश्चिम प्रांत में 4.8 तीव्रता का भूकंप आया था। 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आए झटकों से नेपाल में लगभग 9,000 लोग मारे गए। एक रिपोर्ट के अनुसार, नेपाल दुनिया का 11वां सबसे अधिक भूकंप-प्रभावित देश है।