इजरायल से जंग में हमास का साथ दे रहे ईरान को अमेरिका से झटका, जारी किए नए प्रतिबंध…

इजरायल और हमास के बीच चल रहे भयंकर युद्ध में अमेरिका भी बैकडोर से मोर्चा संभाले हुए है।

पहले इजरायल को हथियारों की सप्लाई की, फिर बाइडेन ने 18 अक्टूबर को पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। उसी दिन अमेरिका ने हमास पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की।

आज अमेरिका ने हमास के साथ खड़े ईरान को भी तगड़ा झटका दिया है। ईरान पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की गई है।

अमेरिका ने इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन युद्ध से लेकर इजरायल में चल रही जंग के दौरान ईरान के घातक कदमों को देखते हुए यह जरूरी हो गया था।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ट्वीट कर जानकारी दी कि अमेरिका ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल और यूएवी कार्यक्रमों का मुकाबला करने के लिए नए प्रतिबंध लगा रहा है।

इजरायल और हमास आतंकियों में जारी महायुद्ध के बीच अमेरिका ने ईरान के मिसाइल और ड्रोन कार्यक्रमों को निशाना बनाते हुए नए प्रतिबंध जारी किए हैं।

इन प्रतिबंधों का उद्देश्य खाड़ी में इजरायल और सहयोगियों के लिए तेहरान के खतरे के साथ-साथ यूक्रेन में हथियारों के “विनाशकारी” प्रभाव का मुकाबला करना है। अमेरिका ने अपने मिसाइल कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए भी ईरान के खिलाफ ऐसा कदम उठाया है। 

हमास आतंकियों को ट्रेनिंग में ईरान का हाथ
यूके और अन्य यूरोपीय सहयोगियों सहित 45 देशों के साथ एक बयान में, वाशिंगटन ने ईरानी मिसाइलों और ड्रोनों की युद्ध में भागीदारी से बढ़ती चिंताओं का हवाला दिया। कहा कि यह “अंतरराष्ट्रीय स्थिरता को खतरे में डालता है और क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाता है”।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एक बयान में कहा, “हम नामित आतंकवादी संगठनों और आतंकवादी प्रतिनिधियों को ईरान द्वारा मिसाइलों और मानव रहित हवाई वाहनों की मदद का भयानक प्रभाव देख रहे हैं, जो सीधे तौर पर इजरायल और हमारे खाड़ी भागीदारों की सुरक्षा को खतरा है।” 

ईरानी ड्रोन का यूक्रेन युद्ध पर भी असर
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन के मुताबिक, यूक्रेन युद्ध में भी ईरानी ड्रोन का “विनाशकारी परिणाम” दिखा है। हमास, जिसने पिछले हफ्ते इजरायली नागरिकों पर घातक हमला किया था, ईरान द्वारा समर्थित है, साथ ही लेबनान स्थित हिजबुल्लाह भी है, जिसने इजरायल और हमास के बीच लड़ाई में शामिल होने की धमकी दी है। अमेरिका ने हमास और हिजबुल्लाह को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। अमेरिका ने यह कदम तब उठाया है जब ईरान के हथियार कार्यक्रम पर संयुक्त राष्ट्र का प्रतिबंध बुधवार को समाप्त होने वाला था।

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