अपने बयानों और निर्णयों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले हिमंत बिस्व सरमा ने दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर एक बड़ा फैसला किया है।
उन्होंने दुर्गा पूजा पंडालों के लिए सरकार का खजाना खोल दिया है। सरकार ने फैसला किया है कि पूरे राज्य में बने 6953 पूजा पंडालों को पैसे दिए जाएंगे।
सीएम सरमा की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट की बैठक में इसका ऐलान किया गया है। असम सरकार में टूरिज्म मंत्री जयंत माल बरुआ ने इसकी जानकारी दी है।
कैबिनेट के फैसले के मुताबिक, अमस के 6953 पूजा पंडालों को सरकार के द्वारा 10-10 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। मंत्री ने कहा. “राज्य कैबिनेट ने यह भी निर्णय लिया कि सभी कैबिनेट मंत्री 25 दिसंबर से 10 जनवरी 2024 तक एक विशेष गांव में 5 दिन और 5 रात रुकेंगे।
इस दौरान उच्च और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के 400 नए भवनों की आधारशिला रखी जाएगी। इनमें से 100 चाय बागान क्षेत्रों में पूरी तरह से नए स्कूल होंगे। पुराने स्कूलों की इमारतों के नवीनीकरण के लिए प्रत्येक स्कूल को 7 करोड़ आवंटित किए जाएंगे।”
बरुआ ने कहा कि असम कैबिनेट ने मिशन बसुंधरा 2.0 के तहत शहरी क्षेत्रों में वासभूमि उद्देश्यों के लिए 123 स्वदेशी, भूमिहीन परिवारों (चराइदेव के 105 परिवार और दर्रांग के 18 परिवार) के पक्ष में भूमि के निपटान का निर्णय भी लिया है।
संबंधित जिला एसडीएलएसी से मंजूरी और अभिभावक मंत्रियों की निगरानी के बाद 55,000 से अधिक भूमिहीन परिवारों को निपटान का प्रस्ताव पहले ही जारी किया जा चुका है।
उन्होंने कहा, “राज्य कैबिनेट ने 2024 की छुट्टियों की सूची को भी मंजूरी दे दी है। असम वित्तीय निगम की 31 मार्च 2023 तक बकाया ऋण राशि 54 करोड़ और बकाया ब्याज 10.92 करोड़ को इक्विटी पूंजी में परिवर्तित किया जाएगा।
1 जनवरी 2024 से हर 5 साल की सेवा अवधि में एक बार स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों को गैर-प्रैक्टिसिंग भत्ता (एनपीए) के लिए निगम, ऑप्ट-इन और ऑप्ट-आउट विकल्प प्रदान किए जाएंगे। एनपीए स्वास्थ्य के तहत काम करने वाले सभी डॉक्टरों के लिए लागू किया जाएगा।”