भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन 2023 में महिला मतदाताओं की विशेष सहायता तथा सहूलियत के लिए पिंक बूथ भी बनाया जा रहा है।
जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सौरभ कुमार के निर्देशन में ऐसे मतदान केन्द्रों की पहचान की गई है, जहां विगत चुनाव में महिला मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किया था, साथ ही कम मतदान वाले मतदान केन्द्रों को चिन्हित कर पिंक बूथ निर्धारित किए गए है।
पिंक बूथ में महिला मतदान अधिकारियों की ड्यूटी हेतु आज २ाासकीय साडा कन्या उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय में पीठासीन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सौरभ कुमार ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिला पीठासीन अधिकारियों को पिंक बूथ की अवधारणा एवं पिंक बूथ के माध्यम से किए जाने वाले कार्यों के विषय में बताया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कलेक्टर ने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पिंक बूथ चिन्हित मतदान केन्द्रों में निर्धारित किए गए है।
पिंक बूथ में सुरक्षा से लेकर पीठासीन एवं मतदान अधिकारी के रूप में महिलाएं ही होगी।
उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारियों के रुप में प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाएं पिंक बूथ में निर्वाचन कार्य में बड़ी भूमिका निभा सकती है।
कलेक्टर ने महिलाओं को किसी भी मामले में पुरुष से कम नहीं होने की बात बताते हुए कहा कि पिंक बूथ हेतु जो भी जिम्मेदारी दी गई है, उसका प्रशिक्षण ध्यान से प्राप्त करें।
प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारियों को ईव्हीएम, वीवीपैट संचालन, दिव्यांग मतदाताओं हेतु ब्रेल लिपी से मतदान, मतदान संबंधी प्रपत्र भरने, डाकमत मतपत्र सहित अन्य कार्यों को विस्तार से बताकर प्रशिक्षित किया।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी. पी. भारद्वाज ने बताया कि जिले के एक विधानसभा में 10-10 संगवारी मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसमें सभी मतदान अधिकारी महिलाएं होंगी।
सभी मतदान अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।