इजरायल और हमास का युद्ध इस कदर खतरनाक हो गया है कि दोनों तरफ किसी को सुरक्षित नहीं कहा जा सकता है।
यहां तक कि इजरायल दौरे पर पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को भी डर के मारे बंकर में छिपना पड़ा।
सोमवार को पीएम नेतन्याहू और ब्लिंकन के बीच बैठक चल रही थी। इसी बीच रॉकेट हमले का सायरन बज उठा। दोनों मीटिंग छोड़ बंकर में छिप गए। पांच मिनट तक दोनों बंकर में ही रहे। इजरायल के रक्षा मंत्रालय के एक कमांड सेंटर में यह बैठक चल रही थी।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध को 10 दिन बीत चुके हैं। इसी बीच ब्लिंकन ने यह भी ऐलान कर दिया है कि बुधवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद इजरायल पहुंचने वाले हैं। इस तरह के हालात में जान जोखिम में डालकर जो बाइडेन की इजरायल यात्रा को बेहद अहम माना जा रहा है।
एक दिन पहले ही जो बाइडेन ने यह भी कहा था कि हमास का पूरी तरह खात्मा होना चाहिए लेकिन इजरायल को गाजा पर कब्जा करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। यह बड़ी गलती होगी।
एंटनी ब्लिंकन इजरायल से पहले सऊदी अरब पहुंचे थे। उन्होंने सऊदी प्रिंस से कहा कि वह हमास को राजी करें कि वह इजरायली बंधकों को छोड़ दे ताकि यह युद्ध और आगे ना बढ़े।
वहीं इजरायल के बाद ब्लिंकन अम्मान का दौरा करने वाले हैं। पहले उनका प्लान इजरायल से सीधा लौटने का था हालांकि अब वह पहले तो जो बाइडेन का इंतजार करेंगे और इसके बाद अम्मान दौरे पर रवाना हो सकते हैं।
उधर इजरायल गाजा में जमकर तबाही मचा रहा है। वहीं हमास भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। हमास ने तेल अवीव और येरुशलम में भी रॉकेट से हमला किया।
वहीं बेंजामिन नेतन्याहू ने एक साथ हमास और ईरान को चेतावनी देते हुए कहा है कि उनकी धैर्य की परीक्षा ना ली जाए नहीं तो भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इजरायली सेना गाजा के बॉर्डर पर जमीनी हमला करने के लिए तैयार है तो वहीं हमास के लड़ाके भी सुरंगों में मोर्चा ले चुके हैं। इस बीच गाजा के रहने वाले लोग पलायन को मजबूर हैं। वे पानी तक को तरस रहे हैं। इस युद्ध में अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।